मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने हांसी में उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों पर छापा मारा और कई अनियमितताएँ पाईं। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने संबंधित विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।\ सीएम फ्लाइंग स्क्वायड हिसार रेंज प्रभारी सुनैना के नेतृत्व में एएसआई सुरेंद्र और उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ. प्रीति वर्मा के साथ टीम ने स्टॉक और गोदाम के रिकॉर्ड का निरीक्षण किया।
सुनैना ने बताया कि टीम को सूचना मिली थी कि हांसी क्षेत्र के कुछ उर्वरक विक्रेता स्टॉक, गोदाम रिकॉर्ड और उर्वरक वितरण संबंधी अनियमितताओं में लिप्त हैं। निरीक्षण के दौरान, दुकान मालिक की उपस्थिति में रिकॉर्ड का वास्तविक स्टॉक से मिलान किया गया तो पता चला कि गोदाम में 248 बैग डीएपी उर्वरक थे, जबकि पीओएस मशीन के रिकॉर्ड में 238 बैग दिखाए गए थे, जो दर्शाता है कि 10 बैग अतिरिक्त थे। यूरिया के 3,750 बैग का स्टॉक सही पाया गया।
टीम ने यह भी पाया कि गोदाम में गेहूँ के साथ उर्वरक भी रखा गया था, जो भंडारण नियमों का उल्लंघन था। हालाँकि, स्टॉक डिस्प्ले बोर्ड गायब था और स्टॉक रजिस्टर अधूरा था। कृषि विभाग ने स्टॉक में पाई गई अनियमितताओं को देखते हुए डीलर को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
सुनैना ने बताया कि सरकारी निर्देशों के अनुसार, सभी उर्वरक विक्रेताओं को अपनी दुकानों के बाहर स्टॉक बोर्ड लगाना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि कृषि विभाग के लाइसेंस रिकॉर्ड में गोदाम का विवरण सही ढंग से दर्ज हो। डॉ. प्रीति ने कहा कि अगर कोई उर्वरक विक्रेता दूसरे जिलों के किसानों को उर्वरक बेचता पाया गया, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

