निचले कांगड़ा क्षेत्र में नूरपुर रोड से कांगड़ा रेलवे स्टेशनों तक पठानकोट-जोगिंदरनगर नैरो गेज रेलवे ट्रैक पर यात्री ट्रेन सेवा बहाल करने में रेलवे की विफलता के खिलाफ निवासियों और यात्रियों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया। मूसलाधार बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन के कारण 9 जुलाई को सेवा निलंबित कर दी गई थी।
अपनी मांग के समर्थन में हाथों में तख्तियां लिए हुए आंदोलनकारियों ने कांगड़ा जिले के नंदपुर रेलवे स्टेशन (नगरोटा सूरियां के निकट) के पास नंदपुर विकास संघर्ष समिति (एनवीएसएस) के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने रेलवे विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समिति के अध्यक्ष सुखलाल गोदारा ने बताया कि रेलवे अधिकारियों ने पिछले माह नूरपुर रोड से गुलेर रेलवे स्टेशन तक सात कोचों के साथ सफल ट्रायल किया था तथा लोगों को उम्मीद थी कि नवरात्रि के दौरान इस ट्रैक पर रेलगाड़ियां चलनी शुरू हो जाएंगी, लेकिन रेलवे ने 26 सितंबर को कांगड़ा व बैजनाथ (पपरोला) रेलवे स्टेशनों के बीच तथा 18 अक्तूबर से कांगड़ा व जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशनों के बीच दो चरणों में आंशिक रूप से रेल सेवा बहाल की।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांगड़ा के निकट रानीताल में रेलवे ट्रैक पर से मलबा हटाकर उसकी मरम्मत की धीमी गति के कारण नूरपुर रोड और कांगड़ा रेलवे स्टेशनों के बीच रेल सेवा बहाल करने में देरी हो रही है।
आंदोलनकारियों ने रेलवे को अल्टीमेटम देते हुए मांग की है कि एक सप्ताह के भीतर नूरपुर रोड से कांगड़ा रेलवे स्टेशनों तक ट्रेन सेवा बहाल की जाए, अन्यथा वे यातायात अवरुद्ध कर देंगे और रेलवे के खिलाफ अपना विरोध तेज कर देंगे। उत्तर रेलवे, फिरोजपुर डिवीजन की अधिसूचना के अनुसार, कांगड़ा और जोगिंदरनगर रेलवे स्टेशनों के बीच दो जोड़ी ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है।