बागेश्वर, | गरुड़ ब्लॉक की लाहुर घाटी में अतिवृष्टि ने तबाही मचाई है। कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं और कई लोगों के आशियाने बारिश की भेंट चढ़ गए हैं। जखेड़ा में मकान गिरने से सास-बहू मलबे में दब गईं, जिन्हें स्थानीय लोगों ने समय रहते सकुशल बाहर निकाल लिया। भारी बारिश के चलते पैदल रास्ते और पुलिया भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र में हुए नुकसान का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हुए हैं।
लाहुरघाटी के जखेड़ा, गनीगांव और लमचूला में अतिवृष्टि से बादल फटने जैसे हालात बन गए हैं और भारी बारिश से लोग दहशत में हैं। बारिश से गीता देवी पत्नी रमेश राम और महेंद्र कुमार पुत्र प्रेम राम के आवासीय भवन ध्वस्त हो गए हैं। घर गिरने से गीता देवी और उनकी सास भागुली देवी मलबे में दब गए। घर में चीख पुकार मच गई। आसपास के लोगों ने शोर सुना तो वह दौड़कर मौके पर आए और घर के भीतर दबी सास और बहू को मलबा हटाकर बाहर निकाला।
वहीं, लमचूला में चंदन सिंह पुत्र विशन सिंह के मकान के पीछे भूस्खलन होने से घर खतरे की जद में आ गया है। बारिश से वज्यूला में पुलिया टूटने से कई घरों की आवाजाही बंद हो गई है। बारिश से लमचूला क्षेत्र में संपर्क मार्ग और पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। वज्यूला में गोपाल दत्त जोशी, जगदीश चंदोला, रमेश चंदोला के घर को जाने वाली पुलिया टूट गई है। जखेड़ा की प्रधान हेमा परिहार पूर्व प्रधान ईश्वर परिहार ने बताया कि बारिश से हुई क्षति के संबंध में प्रशासन को अवगत करा दिया है।
उपनिरीक्षक प्रकाश सिंह ने बताया कि वह मौका मुआयना कर रहे हैं। क्षेत्र में संचार की सुविधा नहीं है। और बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। वहीं, लाहुर घाटी में भारी बारिश से बिजली के पोल ध्वस्त हो गए हैं और छह गांवों की बिजली गुल है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही सलानी-जाख मोटर मार्ग पर जगह-जगह मलबा आने से यातायात ठप है।