सोनीपत, 25 जुलाई सोनीपत में नगर निगम द्वारा नालों की सफाई के दावों की धज्जियां उड़ाते हुए मौजूदा मानसून सीजन की पहली भारी बारिश ने सभी को हिलाकर रख दिया है। सोनीपत में आज सीजन की सबसे ज्यादा यानी 47 एमएम बारिश दर्ज की गई। इलाके में पानी जमा होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसी तरह पानीपत में भी शहर के कई निचले इलाकों में पानी जमा हो गया।
उपायुक्त (डीसी) मनोज कुमार ने आज नगर निगम आयुक्त विश्राम कुमार मीना के साथ जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा किया। हालांकि, बारिश से सभी को उमस और भीषण गर्मी से राहत मिली। सोनीपत के बाद गन्नौर में 29 मिमी बारिश दर्ज की गई। राई में 14 मिमी, खरखौदा में 5 मिमी और खानपुरकलां में केवल 2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
शनि मंदिर अंडरपास, शंभू दयाल स्कूल के पास ककरोई चौक, मामा-भांजा चौक, गीता भवन चौक, गुरुद्वारा रोड, सूरी पेट्रोल पंप रोड, ओल्ड डीसी रोड, सेक्टर 14, 15, मॉडल टाउन सहित शहर के अन्य मुख्य मार्गों पर भी जलभराव हो गया।
शनि मंदिर के पास रेलवे अंडरपास में पानी भर गया था और वह कचरे से भी भर गया था।
प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद डीसी ने पाया कि ड्रेन नंबर-6 का पानी शहर में घुस गया है। इस पर डीसी ने नगर निगम आयुक्त को 72 घंटे के अंदर ड्रेन नंबर-6 पर आईपीएस लगाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तय समय में कार्रवाई शुरू नहीं हुई तो वे सरकार को उनके निलंबन या उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए लिखेंगे।
डीसी ने ककरोई चौक, सूरी पेट्रोल पंप रोड तथा सेक्टर 23 चौक से पानी की शीघ्र निकासी के लिए तुरंत प्रभाव से पंप सेट लगाने के भी निर्देश दिए।
मंदिर के पास अंडरपास के पास शंभू दयाल चौक पर जनरेटर बंद पाया गया और डीसी ने जनरेटर देने वाली कंपनी के भुगतान से कुछ राशि काटने और संबंधित कर्मचारी को नोटिस देने के निर्देश दिए।
डीसी मनोज कुमार ने नगर निगम के अधिकारियों को अंडरपास के पास वाटर हार्वेस्टिंग पिट की उचित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा डीसी ने यहां कचरा डंपिंग स्टेशन के कारण होने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की और इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
डीसी मनोज कुमार ने जल जमाव होने पर एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी तथा सभी संबंधित एजेंसियों को राजमार्गों से जल निकासी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि जलभराव के कारण राजमार्ग पर दुर्घटना होने पर एजेंसियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।