हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में कल शाम से हो रही भारी बारिश के कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन और बाढ़ आ गई है, जिससे सड़क संपर्क और दैनिक जीवन में भारी व्यवधान उत्पन्न हो गया है। मंडी और कुल्लू के बीच एक प्रमुख मार्ग, किरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-3) वर्तमान में भूस्खलन और लगातार गिरते पत्थरों के कारण कई स्थानों पर अवरुद्ध है।
कटौला-कामंद मार्ग भी इसी प्रकार की स्थिति के कारण दुर्गम हो गया है। अधिकारियों ने व्यापक बहाली प्रयास शुरू कर दिए हैं, लेकिन लगातार बारिश और अस्थिर भूभाग प्रगति में बाधा डाल रहे हैं।
यात्रियों से स्थानीय अधिकारियों और जमीनी स्तर पर मौजूद कर्मियों द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया जा रहा है। जिले भर में अतिरिक्त सड़क अवरोधों के कारण स्थिति और भी बदतर हो गई है।
कोटली से होकर जाने वाला मंडी-धर्मपुर राजमार्ग कैंची मोड़ के पास अवरुद्ध है, जबकि मंडी-जोगिंदरनगर राजमार्ग भी मंडी के पास अवरुद्ध है। लोहारडी के निकट मंडी-रिवालसर सड़क प्रभावित हुई है, तथा जिले के विभिन्न भागों में कई संपर्क सड़कों पर भूस्खलन और जलभराव की खबरें हैं।
मंडी के बल्ह क्षेत्र में जलभराव के कारण लोगों की आवाजाही और आपातकालीन सेवाएं और भी जटिल हो गई हैं। लगातार बारिश के कारण ब्यास नदी और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
मंडी पुलिस ने सार्वजनिक परामर्श जारी कर निवासियों और यात्रियों से अनावश्यक आवाजाही से बचने और नदी के किनारों व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने का आग्रह किया है। आपातकालीन प्रतिक्रिया दल अलर्ट पर हैं और मलबा हटाने तथा प्रभावित मार्गों को फिर से खोलने के लिए मरम्मत मशीनरी तैनात कर दी गई है। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहा है और स्थिति के अनुसार नियमित अपडेट जारी किए जाने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों तक लगातार बारिश का अनुमान जताया है, जिससे अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है। बारिश से हुई व्यापक क्षति के कारण मंडी जिले के निवासियों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, परिवहन, संचार और आवश्यक सेवाएँ बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
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