विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कल से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले आज आयोजित सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस और भाजपा दोनों से सहयोग मांगा। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक सुख राम चौधरी शामिल हुए। पिछले दो विधानसभा सत्रों से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में भाजपा शामिल नहीं हुई थी।
पठानिया ने बताया कि बैठक में सत्र कैलेंडर पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष इस बात पर चर्चा करेंगे कि होली के एक दिन बाद शनिवार को सत्र आयोजित किया जाएगा या नहीं और इस पर बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में फैसला लिया जाएगा।
पठानिया ने दोनों पक्षों के सदस्यों से सदन के समय का उपयोग जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाने और चर्चा करने के लिए करने का आग्रह किया। पठानिया ने कहा कि वह सभी सदस्यों को सार्थक चर्चा के लिए पर्याप्त समय देंगे और विपक्ष को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए तथा जनहित से जुड़े मुद्दों पर सत्ता पक्ष से सवाल पूछने चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा पूछे गए सवालों और सूचनाओं का समय पर और तथ्यात्मक जवाब देना सरकार की जिम्मेदारी है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष जनहित के मुद्दे उठाएगा। ठाकुर ने कहा, “हम राज्य की वित्तीय स्थिति, बढ़ती नशीली दवाओं के दुरुपयोग और विकास के मुद्दे से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दे उठाएंगे।” उन्होंने कहा, “हमने यह भी सुझाव दिया है कि सत्र का समय बढ़ाया जाए ताकि हमें महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अधिक समय मिल सके।”
चौहान ने बताया कि सत्र 16 दिनों तक चलेगा, जिसमें चार दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 17 मार्च को बजट पेश किया जाएगा। चौहान ने बताया, “बजट पर चर्चा के लिए चार दिन रखे गए हैं, जबकि कटौती प्रस्ताव के लिए तीन दिन रखे गए हैं। 26 मार्च को बजट पारित किया जाएगा।”
चौहान ने आगे कहा कि बैठक में यह सुझाव आया कि बजट हमेशा की तरह सुबह में पेश किया जाना चाहिए, न कि दोपहर में, जैसा कि इस बार तय किया गया है। चौहान ने आगे कहा कि सरकार सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है।