अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह और उत्तर प्रदेश के एसआईआर, अमिताभ ठाकुर को जमीन धोखाधड़ी मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि एसआईआर एक बहाना है और इसके जरिए गरीबों, वंचितों और दलितों को मताधिकार से वंचित करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने एसआईआर पर सवाल उठाते हुए आईएएनएस से बातचीत में कहा कि आज भी तमाम गरीब झोपड़ियों में रहते हैं, उनके पास अपने दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का कोई तरीका नहीं है। एसआईआर के माध्यम से ऐसे लोगों को मताधिकार से वंचित किया जा रहा है। आने वाले समय में इन लोगों को दस्तावेजों के अभाव में सभी नागरिकों को सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मतदाता सूची से बाहर होने वाले लोगों को घरों से बाहर किया जाएगा और उनकी जमीन पर कब्जा होगा। यह दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यक समाज के लोगों को षड्यंत्र के जरिए न सिर्फ मतदान से बल्कि घर, जमीन, जायदाद समेत तमाम सरकारी सुविधाओं से वंचित कर देगा। एसआईआर एक धोखा है, इसे रोकना चाहिए।
उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा के राज में भी लोगों ने गुंडाराज का शासन देखा है। दलितों और पिछड़ों की जमीन पर कब्जा करना, जमीन-जायदाद हड़पना, मारपीट – यह जनता भूल नहीं सकती। इसलिए भाजपा का विकल्प सपा नहीं हो सकती। गुंडाराज का विकल्प गुंडाराज नहीं है। योगी सरकार में गुंडाराज चल रहा है; यही गुंडाराज सपा के शासन में भी चलता था। संविधान और कानून में विश्वास रखने वाले लोग ही भाजपा को सत्ता से बेदखल कर सकते हैं।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इतना बड़ा अधिकारी अगर जमीन घोटाले में पकड़ा गया है तो यह बेहद गंभीर मामला है। अवैध तरीके से कब्जा की गई जमीन जब्त होनी चाहिए और इस तरह के घोटालेबाजों को सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपनी जनता पार्टी ने ईवीएम हटाओ, बैलेट पेपर लाओ के मुद्दे को उठाया है। ईवीएम शक के घेरे में आ गई है। हर चुनाव में इस पर सवाल उठता है। लोकतंत्र में जनता का जिस सिस्टम पर विश्वास ना हो, उसे चुनाव आयोग को हटाना चाहिए। बैलेट पेपर भरोसे लायक है, इसलिए इसके जरिए चुनाव कराया जाना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश की सीमाएं सुरक्षित रहें, इसकी जिम्मेदारी गृह मंत्री की है। एनडीए की सरकार केंद्र और अधिकतर प्रदेशों में है। सीमा पार कर घुसपैठिए भारत में कैसे आए? यह सरकार की असफलता है। बॉर्डर पर सुरक्षा होती तो घुसपैठिए देश में नहीं आ सकते थे।

