कुल्लू, 3 अगस्त बुधवार रात व कल बादल फटने व लगातार बारिश के कारण जिले में रायसन व मनाली के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-3, 38 संपर्क मार्ग, 138 बिजली ट्रांसफार्मर व 82 जलापूर्ति योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। निरमंड खंड के सिंहगाड़ व बागीपुल क्षेत्र में तीन पुल बह गए। बागीपुल में नौ मकान, आठ दुकानें, दो सरकारी कार्यालय भवन, दो मछली फार्म, कृषि योग्य भूमि व छह वाहन बह गए।
सिंहगाड़ क्षेत्र में भी भारी नुकसान हुआ, विशेषकर खेती योग्य भूमि को। हालांकि, श्रीखंड यात्रा से लौटे सिंहगाड़ बेस कैंप के श्रद्धालुओं को बादल फटने के बाद सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया। बचाव दल उन्हें वापस जौन गांव ले आया।
बागीपुल निवासी जिया लाल का शव कल केडस में मिला, जबकि उनकी पत्नी रेवती देवी, दो बेटे भारत भूषण व बृज भूषण व सास डाली देवी अभी भी लापता हैं। भारत भूषण अपनी पत्नी और बेटे के साथ नई दिल्ली में रहते थे और कल घर लौटने वाले थे, लेकिन परिवार के अन्य सदस्यों और उनके घर के साथ बह गए।
कल बागीपुल में दो नेपाली मजदूर भी बह गए, जबकि एक अज्ञात शव मिला। इस बीच, औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग-305 को बंद कर दिया गया है और जलोरी दर्रे से अन्नी तक यातायात को कंडीगाड से खनाग के माध्यम से वैकल्पिक मार्ग से भेजा जा रहा है।
कुल्लू और मनाली के बीच यातायात को रायसन में पुल के माध्यम से बाएं किनारे से मोड़ा जा रहा है। रायसन के पास एक पैच जो पिछले साल जुलाई में बह गया था, इस साल अप्रैल में उस पर कालीन बिछा दिया गया। सड़क का लगभग 100 मीटर हिस्सा भी बह गया।
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