जोधपुर, 21 जून । केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव मंगलवार को जोधपुर प्रवास पर रहे, जहां उन्होंने आफरी (AFRI) में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों को लेकर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वायुमंडलीय असंतुलन और जलवायु परिवर्तन के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जा रहा है।
भूपेंद्र यादव ने बताया कि सरकार का उद्देश्य अरावली पर्वतमाला क्षेत्र में ‘ग्रीन वॉल’ (हरित दीवार) विकसित करना है, जिससे मरुस्थलीकरण पर रोक लगे और पर्यावरण को संरक्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उदयपुर में इस विषय पर बैठक की गई थी और मंगलवार को जोधपुर में उसी दिशा में आगे कदम बढ़ाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीणों को आमंत्रित किया गया, उनके साथ बैठकें की गईं और पौधा वितरण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
उन्होंने स्थानीय जैव विविधता की महत्ता का जिक्र करते हुए कहा कि हमें स्थानीय घास और पौधों की नर्सरी तैयार करनी चाहिए, ताकि प्राकृतिक पारिस्थितिकी को बनाए रखा जा सके। इस कार्यशाला में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ-साथ जोधपुर के सांसद और विधायक भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि यह पूरी कॉन्फ्रेंस दिनभर चलेगी, जिसमें रेगिस्तानी क्षेत्र के पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन पर व्यापक चर्चा की जाएगी।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की ओर से जातिगत जनगणना दोबारा करवाने की योजना की आलोचना की। उन्होंने कहा, “यह कांग्रेस की पिछड़े वर्गों और ओबीसी वर्ग के प्रति नीयत को दर्शाता है। इन्होंने काका कालेलकर आयोग को लागू नहीं होने दिया, मंडल कमीशन की सिफारिशों को भी ठंडे बस्ते में डाला। ओबीसी को आरक्षण केवल तब मिला जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई।”
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, “वो जो कहते हैं, वो करते नहीं हैं। पहले कर्नाटक सरकार द्वारा सर्वे पर 165 करोड़ रुपये खर्च हो गए, अब उसे दोबारा करवा रहे हैं। इसका जवाब कांग्रेस को देना होगा।”
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