राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के छुआछूत वाले बयान पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। घोसी से समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने तंज कसा कि उनकी कथनी और करनी में फर्क है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को केरल में हिंदू धार्मिक सम्मेलन में भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हिंदू धर्म में कोई बड़ा और छोटा नहीं होता। इस धर्म में जाति छुआछूत जैसी चीजों का कोई खास मतलब नहीं है।
आरएसएस प्रमुख के इसी बयान पर सपा सांसद ने कहा, “मोहन भागवत ने बहुत अच्छी बात कही है, लेकिन वो कहते कुछ और हैं, करते कुछ और हैं। वो जातियों के नाम पर ठगते हैं। उनमें कथनी और करनी की समस्या है।”
तिरुपति मंदिर बोर्ड की तरफ से 18 गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाए जाने पर राजीव राय ने कहा, “वर्षों से चली आ रही परंपरा को तोड़ना ठीक नहीं है। लेकिन इस विषय पर ज्यादा जानकारी न होने की वजह से मेरा कुछ कहना सही नहीं है।”
सपा, कांग्रेस को आगे बढ़ाना चाहती है, इसलिए उनको यूपी में सीटें लड़ने के लिए दी, लेकिन उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। सपा सांसद रामगोपाल यादव के इस बयान पर राजीव राय ने कहा, “रामगोपाल यादव सदन के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। उनकी सलाह को कांग्रेस पार्टी को गंभीरता से लेना चाहिए। अगर इंडिया ब्लॉक को मजबूत करना है और भाजपा सरकार से मुक्ति पानी है, तो उनकी हर सलाह को गंभीरता से लेना चाहिए।”
दिल्ली चुनाव के बाद कई एग्जिट पोल के रुझानों पर भाजपा की सरकार बनने के संकेत को लेकर सपा सांसद ने कहा कि एग्जिट पोल लोकसभा में भी आया था, जिसमें मैं ही अपनी सीट से हार रहा था। एग्जिट पोल हरियाणा में भी आया था, जो गलत साबित हुआ। ये एक धंधा है और धंधा करने वाले एक-दो दिन और धंधा करेंगे।
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