सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और बलात्कार एवं हत्या के दोषी गुरमीत राम रहीम को आज सुबह रोहतक जिले की सुनारिया जेल से पैरोल पर रिहा कर दिया गया।डेरा प्रमुख अपनी दो शिष्याओं के बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा काट रहा है। उसे पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में भी दोषी ठहराया गया है और सजा सुनाई गई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, उन्हें 30 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया है और आज सुबह करीब 6.45 बजे जेल से बाहर आए। उन्हें पहले 10 दिन सिरसा आश्रम में और शेष 20 दिन उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा आश्रम में रहना है। डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद यह पहली बार है कि पैरोल अवधि के दौरान उन्हें सिरसा आश्रम में जाने की अनुमति दी गई है, जहां डेरा मुख्यालय है।
डेरा प्रमुख को पैरोल दिए जाने को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव और हरियाणा में नगर निगम चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पहले भी कई बार उसे हरियाणा और पड़ोसी राज्यों में चुनाव के समय रिहा किया गया है, जहां डेरा का खासा प्रभाव है।
प्रोफेसर जगबीर नरवाल ने कहा, “मतदाताओं पर प्रभाव रखने वाले डेरा प्रमुख को पैरोल देना स्पष्ट रूप से राजनीतिक कारणों से प्रेरित है। बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के मामलों में सजा सुनाए जाने के बावजूद कई अनुयायी डेरा प्रमुख का सम्मान करते हैं। इसके अलावा, चुनावों से पहले उसे रिहा करना हमेशा संयोग नहीं हो सकता।”
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