हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि लगातार विरोध प्रदर्शन विकास में बाधा डालते हैं, उद्योग धंधे बंद कर देते हैं और आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए राणा ने कहा, “हर किसी को विरोध करने और अपनी आवाज उठाने का अधिकार है। हालांकि, चूंकि प्रदर्शनकारी किसान पंजाब से थे और लंबे समय से वहां बैठे थे, इसलिए पंजाब को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है।”
वह शंभू और खनौरी सीमाओं से किसानों को हटाए जाने के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे, जहां वे न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सभी फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को लेकर एक साल से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं।
घरौंडा में सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में 11वें मेगा सब्जी एक्सपो का उद्घाटन करते हुए राणा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद की घोषणा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “हरियाणा सरकार पहले से ही 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद कर रही है। पंजाब सरकार को भी पहले ही ऐसे कदम उठाने चाहिए थे।”
अन्य मुद्दों पर बोलते हुए राणा ने धोखेबाज ट्रैवल एजेंटों पर अंकुश लगाने के लिए राज्य के प्रयासों पर प्रकाश डाला, जो युवाओं को ‘गधा मार्ग’ के माध्यम से अवैध रूप से विदेश भेजते हैं। उन्होंने कहा, “हरियाणा अवैध प्रवास में शामिल लोगों के खिलाफ कारावास के प्रावधान के साथ एक कानून ला रहा है।”
मंत्री ने नकली बीजों और कीटनाशकों की बिक्री के खिलाफ सख्त नियम बनाने पर भी जोर दिया, ताकि अपराधियों के लिए दंड और कारावास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा, “किसानों को इस तरह की गड़बड़ियों से बचाने के लिए जल्द ही एक सख्त कानून लागू किया जाएगा।”
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