बहादुरगढ़ के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मयंक मिश्रा ने शुक्रवार को दावा किया कि 20 वर्षीय महिला की शिकायत पर तीन दिन पहले आसौदा पुलिस स्टेशन में दर्ज बलात्कार का मामला जांच के दौरान झूठा पाया गया है।
डीसीपी ने मीडिया को बताया, “जांच के दौरान, महिला ने स्वीकार किया कि उसने अपने पति की सहानुभूति पाने के लिए बलात्कार की झूठी कहानी गढ़ी थी क्योंकि उनके रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे। अपनी शिकायत में, उसने आरोप लगाया कि जब वह अपने पति से मिलने उनके कार्यस्थल जा रही थी, तब बाइक सवार तीन युवकों ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया। जब उसने फोन वापस लेने की कोशिश की, तो तीनों ने उसे पकड़ लिया। शिकायत के अनुसार, तीनों उसे झाड़ियों में ले गए और उनमें से एक ने उसके साथ बलात्कार किया।”
मिश्रा ने बताया कि शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी, लेकिन महिला के बयानों और घटनास्थल से मिले सबूतों में विरोधाभास पाया गया।
उन्होंने आगे कहा, “बार-बार पूछताछ और काउंसलिंग के बाद, महिला ने अपने परिवार के सामने सच उगल दिया। बलात्कार का मामला रद्द कर दिया जाएगा।”
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