जम्मू, 24 दिसंबर । जम्मू-कश्मीर में मौजूदा आरक्षण नीति के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता और लोकसभा सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी सोमवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सरकारी आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा और जम्मू-कश्मीर की स्वास्थ्य मंत्री सकीना इटू ने प्रतिक्रिया दी।
कांग्रेस प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि जिस मुद्दे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के सांसद सैयद आगा रूहुल्लाह आज विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, उसका अध्ययन करने के लिए पहले ही एक समिति गठित की जा चुकी है। समिति को अपने विश्लेषण के लिए समय चाहिए तथा यदि कोई आपत्ति या चिंताएं उठाई जाती हैं, तो उन पर भी चर्चा के लिए समय चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि एक समिति पहले ही गठित हो चुकी है, इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि रोजाना विरोध प्रदर्शन क्यों किए जा रहे हैं? मामले की समीक्षा की जा रही है। हम इस पर नजर भी रख रहे हैं। अगर ऐसा लगता है कि संवैधानिक या कानूनी प्रावधानों का कोई उल्लंघन हुआ है, तो उप-समिति इस पर विचार-विमर्श करेगी।”
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री सकीना इटू ने मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि कोई आंतरिक मतभेद नहीं है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कभी भी किसी को भी अपनी बात रखने से नहीं रोका है। लोकतंत्र में सभी को अपनी आवाज उठाने की अनुमति है। रिजर्वेशन मामले पर पहले ही एक समिति बन चुकी है, जो अपना काम कर रही है। समिति जो भी निर्णय लेगी, उसे सभी को बता दिया जाएगा।”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा आरक्षण नीति के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता और लोकसभा सांसद आगा सैयद रूहुल्लाह मेहदी सोमवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सरकारी आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। पीडीपी नेता वहीद उर रहमान पारा और इल्तिजा मुफ्ती समेत अन्य लोग भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
एनसी सांसद ने जम्मू-कश्मीर के लिए तर्कसंगत आरक्षण नीति की मांग करते हुए बर्न हॉल स्कूल से विरोध मार्च शुरू किया और मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंचे। शेख खुर्शीद और वहीद उर रहमान पारा समेत विधायक भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। पीडीपी नेता और महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती भी मौके पर पहुंचीं थीं।
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