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जम्मू-कश्मीर के स्थापना दिवस पर रवींद्र रैना ने सीएम उमर अब्दुल्ला की गैरमौजूदगी पर चिंता जताई

Ravindra Raina expressed concern over the absence of CM Omar Abdullah on the foundation day of Jammu and Kashmir.

जम्मू, 31 अक्टूबर । जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का स्थापना दिवस गुरुवार को मनाया गया। इस अवसर पर भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस बीच जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना ने आईएएनएस से खास बातचीत की।

रवींद्र रैना ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर का दिन जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अगर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी इन कार्यक्रमों का हिस्सा बनते, तो यह और भी विशेष होता।

उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि भविष्य में आपसी मनमुटाव की कोई बात सामने नहीं आएगी। हमें मिलकर सभी कार्यक्रमों, पर्वों और संवैधानिक दिनों का समुचित सम्मान करना चाहिए।

दीपावली के अवसर पर चीन की सेना ने भारतीय सेना के साथ मिलकर इस पर्व को मनाया, जिस पर रवींद्र रैना ने खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि सीमाओं पर पूर्व की रंजिश और तनाव अब समाप्त हो रहे हैं, और आपसी भाईचारा तथा सौहार्द बढ़ रहा है।

यह बहुत अच्छी बात है कि भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे दोस्ताना संबंध स्थापित करने का प्रयास किया है। आज, हमने देखा कि ‘चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ ने भारतीय सेना के साथ मिलकर दिवाली का पर्व मनाया। यह एक आनंददायक अवसर है।

बता दें कि भारत और चीन के सैनिकों ने गुरुवार को दिवाली के अवसर पर लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई सीमा चौकियों पर एक दूसरे को मिठाइयां दी। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि भारतीय और चीन की सेनाओं ने दिवाली के अवसर पर एलएसी पर कई सीमा चौकियों पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।

गौरतलब है कि साढ़े चार साल पहले चीन की घुसपैठ के बाद पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध पैदा हो गया था। पिछले हफ्ते, भारत ने यह घोषणा करने की कि देपसांग मैदान और डेमचोक में पेट्रोलिंग को लेकर चीन के साथ समझौता हुआ है। बाद में बीजिंग ने भी इसकी पुष्टि की।

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