N1Live National यूपी में तैयार होगा शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवारों की आर्थिक स्थिति और इंडस्ट्री का प्रादेशिक इंडेक्स : मुख्यमंत्री योगी
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यूपी में तैयार होगा शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवारों की आर्थिक स्थिति और इंडस्ट्री का प्रादेशिक इंडेक्स : मुख्यमंत्री योगी

Regional index of education, health, economic condition of families and industry will be prepared in UP: Chief Minister Yogi

लखनऊ, 8 जनवरी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवारों की आर्थिक स्थिति और इंडस्ट्री का प्रादेशिक इंडेक्स तैयार कराएं। मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, परिणामों और भावी नीति पर विमर्श किया।

नियोजन विभाग की बैठक में प्रदेश सरकार के विभिन्न मंत्रीगणों की उपस्थिति रही। बैठक में नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव और फाइनेंस सेक्टर की कंसल्टिंग कंपनी डेलॉयट के प्रतिनिधियों ने विस्तार से प्रदेश के आर्थिक परिवेश की वर्तमान स्थिति और संभावित भावी परिणाम, उद्योग जगत की अपेक्षाओं आदि के संबंध में सेक्टरवार विस्तार से जानकारी दी।

इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रादेशिक इंडेक्स बनने से किस जनपद की क्या स्थिति है, कहां किस प्रकार की आवश्यकता है, इस इंडेक्स से पता लग सकेगा। इस दिशा में तत्काल प्रयास शुरू करें। शहरों के नियोजित एवं सुस्थिर विकास के लिए आवास एवं उससे संबद्ध अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता आवश्यक है। विगत साढ़े पांच वर्ष में प्रदेश में सुनियोजित शहरीकरण तेजी से बढ़ा है। नए नगरीय निकाय गठित किए गए हैं। इससे रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ा बदलाव आया है।

“एमएसएसई उद्योग के प्रोत्साहन के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। 2016-17 में जहां मात्र 28 हजार करोड़ का ऋण वितरित किया जा सका, वहीं, 2023-23 में 1.5 लाख करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया गया। चालू वित्तीय वर्ष में यह 1.75 लाख ऋण उपलब्ध कराने की तैयारी है। इस सेक्टर को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।”

योगी ने कहा कि 2021-22 में प्रदेश की कुल जीडीपी 16.45 लाख करोड़ थी जो आज 2022-23 में 22.58 लाख करोड़ से अधिक हो गई है। राष्ट्रीय आय में उत्तर प्रदेश 9.2 फीसद का योगदान कर रहा है। 2021-22 में प्रचलित भावों पर उत्तर प्रदेश की वृद्धि दर 20.1 प्रतिशत रही, जबकि देश की विकास दर 18.4 फीसद रही। जबकि स्थायी भाव पर राष्ट्रीय वृद्धि दर 9.1 फीसद रही, जबकि प्रदेश में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई। इसी प्रकार, 2022-23 में स्थायी भाव पर राष्ट्रीय वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही, जबकि प्रदेश में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई और प्रचलित भाव पर 14.3 फीसद वृद्धि दर रही।

उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में 2023-24 में प्रदेश की जीडीपी 25.55 लाख करोड़ से अधिक होने के अनुमान हैं, वर्ष 2027 तक वन ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य पूरा करने के लिए सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। अपने कार्यों की और बेहतर प्लानिंग करनी होंगी। विभिन्न सेक्टर की स्थिति के सही आकलन के लिए विभागवार सांख्यकीय अधिकारियों के लिए कार्यशाला/प्रशिक्षण का आयोजन करें। अर्थव्यवस्था के प्राथमिक खंड में सुधार के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजी का समावेश किया गया है। डिजिटल क्रॉप सर्वे जैसे प्रयास किए गए हैं। इसे सभी 75 जिलों में प्रभावी ढंग से लागू करना होगा।

योगी ने कहा कि गन्ना के अन्तर्गत क्षेत्रफल तथा उत्पादन के वर्ष 2021-22 में 26.8 प्रतिशत, औद्यानिक फसलों के उत्पादन में 31.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। दुग्ध उत्पादन में राज्य पुनः शीर्ष स्थान पर है। वार्षिक प्रगति दर 12.80 फीसद के साथ अण्डा उत्पादन में सर्वाधिक प्रगति करने वाला तीसरा राज्य है। यह प्रगति संतोषजनक है। द्वितीयक खंड में इंडस्ट्रियल पॉवर कंजप्शन में 17.0 फीसद की वृद्धि हुई है। 2023 की भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2022 में उत्तर प्रदेश सर्वाधिक पर्यटक आगमन वाला प्रदेश हो गया है। 2022-23 में प्रदेश में 31.8 करोड़ पर्यटकों का आगमन हुआ।

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