ग्रेटर नोएडा, 6 फरवरी । उत्तर प्रदेश रेरा अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर के प्रमोटर्स के साथ एक समीक्षा बैठक की है, जिसमें रेरा द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की गई है। बैठक प्राधिकरण द्वारा मुख्यालय, लखनऊ तथा क्षेत्रीय कार्यालय, गौतम बुद्ध नगर पर प्रदेश के प्रमोटर्स संघ, क्रेडाई एवं नारेडकों, के साथ आयोजित की गई।
इस बैठक में प्राधिकरण ने अभी तक परियोजना, पत्राचार, परियोजना के पंजीयन एवं उनके विस्तार सहित पूर्व में जारी किए गए अन्य दिशा-निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की। इस अवसर पर सचिव प्रमोद कुमार उपाध्याय, संयुक्त सचिव उमा शंकर सिंह, प्रमुख सलाहकार अबरार अहमद सहित वित्त नियंत्रक, विधि सलाहकार, तकनीकी सलाहकार, अपर निदेशक- सिस्टम्स के साथ लगभग प्रदेश के 35 से ज्यादा प्रमोटर्स ने हिस्सा लिया।
बैठक में रेरा अध्यक्ष ने प्राधिकरण के जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने और उसमें सुधार लाने की आवश्यकता की तरफ प्रमोटर्स का ध्यान आकर्षित किया। पत्राचार के लिए वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति तथा एक परियोजना के संबन्ध में 3 ईमेल आईडी बनाकर परियोजना, उसके आवंटी और एजेंट के लिए सरल हिन्दी भाषा में पत्राचार सुनिश्चित करने को कहा गया। कई प्रोमोटर्स इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन, अभी भी बहुत से प्रमोटर्स द्वारा इसका पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे पत्राचार में असुविधा तथा मामलों के निष्पादन में विलम्ब हो रहा है।
इसके अतिरिक्त, लैप्स परियोजनाओं की स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। यदि परियोजना पूर्ण हो चुकी है तो पोर्टल पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्थान पर ओसी अथवा सीसी अपलोड करके प्रदर्शित करने को कहा गया है। परियोजना पूर्ण न होने की स्थिति में प्रमोटर्स को नियमित रूप से त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट रेरा पोर्टल पर अपलोड करने तथा रेरा अधिनियम के सभी महत्वपूर्ण प्राविधानों एवं किए गए बदलाव का पालन करने के लिए कहा गया।
आवश्यकतानुसार परियोजना के पंजीयन विस्तार के आवेदन के साथ परियोजना पूर्ण करने के वित्तीय तथा निर्माण योजना प्रस्तुत करने, अर्थदंड से बचने के लिए परियोजनाओं की लंबित क्यूपीआर. अविलंब भरने, ओसी/सीसी एवं सीए, आर्किटेक्ट तथा अभियंता का प्रमाण पत्र पोर्टल पर अपलोड करने आदि के विषय में बताया गया।
इस बैठक का उद्देश्य प्रमोटर्स तथा प्राधिकरण के मध्य परस्पर संचार का आदान-प्रदान बनाए रखना तथा नियमन संबंधी कार्यों में पारदर्शिता लाना था, जिसका प्रत्यक्ष लाभ रियल एस्टेट सेक्टर के सभी हितधारकों को होगा। इस दौरान प्रमोटर्स के संघ क्रेडाई और नारेडकों के प्रमोटर्स से प्रश्नोत्तर का दौर भी चला।
रेरा अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के अनुसार, “बैठक में प्रमोटर्स को रेरा पोर्टल पर किए गए नवीन बदलाव से अवगत कराया गया है, जिससे परियोजनाओं के पंजीयन के समय ही रेरा अधिनियम के उद्देश्य के अनुकूल आवंटियों को जाकारियां उपलब्ध कराई जा सके। पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के पालन से पंजीकृत परियोजनाओं में आने वाली समस्याओं में कमी आएगी और उन्हें ठीक करते ही पोर्टल पर कार्य करने में सुविधा मिलने लगेगी। इससे उपभोक्ताओं को परियोजना संबंधी जानकारियों में विश्वसनीयता रहेगी, जिम्मेदारीपूर्वक नवीन सूचना प्राप्त होती रहेगी और जवाबदेही बनी रहेगी।”