हाल ही में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग द्वारा सामाजिक विज्ञान में युवा संकाय के लिए अनुसंधान पद्धति पर भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) द्वारा प्रायोजित दो सप्ताह का क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवा संकायों के बीच तर्कसंगत शोध संस्कृति को बढ़ावा देना था, जिससे वे सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में सार्थक योगदान दे सकें। पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के 26 संकाय सदस्य इस कार्यक्रम का हिस्सा थे, जिसका समापन समारोह 4 अक्टूबर को आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम में सामाजिक विज्ञान संकाय की डीन अपर्णा नेगी मुख्य अतिथि थीं, जबकि एसोसिएट प्रोफेसर (राजनीति विज्ञान) जोगिंदर सिंह सकलानी मुख्य अतिथि थे। अपने संबोधन के दौरान प्रोफेसर नेगी ने अनुसंधान में, विशेष रूप से सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में, कार्यप्रणाली के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि अच्छी तरह से संरचित कार्यप्रणाली से अनुसंधान की गुणवत्ता में वृद्धि होती है तथा संकाय सदस्यों के शैक्षणिक विकास में योगदान मिलता है। नेगी ने प्रभावशाली अनुसंधान करने के लिए संकाय को आवश्यक कौशल से लैस करने में ऐसे कार्यक्रमों की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला।
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