दक्षिण कन्नड़, (कर्नाटक) 10 फरवरी । विश्व हिंदू परिषद ने शुक्रवार को कर्नाटक सरकार को चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों द्वारा हटाए गए हनुमान पताका को दोबारा स्थापित नहीं किया गया, तो परिणामों के लिए सिद्दारमैया सरकार जिम्मेदार होगी।
मांड्या जिले के केरागोडु गांव में एक मस्तूल से हनुमान की पताका हटाने की निंदा करने के लिए एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान सभा को संबोधित करते हुए वीएचपी नेता शरण पंपवेल ने कहा कि यदि पताका को बहाल नहीं किया गया तो हिंदू संगठन और बजरंग दल ‘केरागोडु चलो’ आंदोलन शुरू करेंगे।
उन्होंने चेतावनी दी, “विहिप और बजरंग दल के सभी सदस्य केरागोडु गांव में एकत्र होंगे। भले ही हमारे खिलाफ मामले दायर किए जाएं या हमें विरोध का सामना करना पड़े, हम किसी भी कीमत पर हनुमान की पताका को फिर से स्थापित करेंगे। राज्य सरकार परिणामों के लिए जिम्मेदार होगी।
“आज प्रदेश के हर जिले में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। सीएम सिद्दारमैया के आदेश के बाद हनुमान की पताका को अचानक हटा दिया गया। वहां दशकों तक बिना किसी विवाद के पताका फहराई जाती रही। वोट बैंक की राजनीति के लिए हनुमान ध्वज को हटाकर वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। ग्रामीण कह रहे हैं कि वे एक और ध्वज स्तंभ स्थापित करेंगे।”
शरण ने कहा कि राज्य में हिंदू विरोधी सरकार है जिसने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की चाल चली।
उन्होंने कहा कि वे मुस्लिम मतदाताओं को खुश करने में सफल रहे लेकिन आज तक सरकार बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगा पाई है और भविष्य में भी ऐसा संभव नहीं होगा
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