हैदराबाद 20 नवंबर । तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी ने रविवार को मुख्यमंत्री पद के लिए बीसी के वादे पर भाजपा का मजाक उड़ाया और पूछा कि जिस पार्टी के उम्मीदवार जमानत भी नहीं बचा पाएंगे, वह ऐसा वादा कैसे कर सकती है।
वह भाजपा के चुनाव घोषणापत्र पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उसने वादा किया था कि अगर वह सत्ता में आई, तो पिछड़े वर्ग से किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी।
रेवंत रेड्डी ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि जो पार्टी पिछड़ी जाति की जनगणना कराने के लिए तैयार नहीं है, वह एक बीसी को मुख्यमंत्री कैसे बना सकती है। रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में ‘प्रेस से मिलें’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “लोग जो वादा कर रहे हैं, उस पर विश्वास करने को तैयार नहीं हैं।”
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) प्रमुख ने याद दिलाया कि पिछली बार 119 निर्वाचन क्षेत्रों में से 105 पर भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। उन्होंने भविष्यवाणी की कि इस बार 110 निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा 10 राज्यों में सत्ता में है, लेकिन वहां केवल एक ओबीसी मुख्यमंत्री है।
रेवंत रेड्डी ने आरक्षण में एससी उप-वर्गीकरण पर एक समिति गठित करने की घोषणा पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की। उन्होंने पूछा कि उनकी सरकार पिछले 10 साल की मांग पर क्या कर रही है।
11 नवंबर को हैदराबाद में मैडिगा रिजर्वेशन पोराटा समिति (एमआरपीएस) द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक बैठक में प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि मैडिगा के सशक्तिकरण के लिए सभी विकल्पों का पता लगाने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी चुनाव के बाद वादा भूल जाएगी।
रेवंत रेड्डी ने बिजली मुद्दे पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की भी आलोचना की। उन्होंने बीआरएस सरकार को यह साबित करने की चुनौती दोहराई कि राज्य में किसानों को 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
रेड्डी ने दावा किया कि कांग्रेस किसानों को मुफ्त बिजली देने वाली पहली पार्टी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर लोगों की शिकायतें सुनने के लिए राज्य सचिवालय में प्रजा दरबार आयोजित किया जाएगा।