आरजी कर अस्पताल में हुई घटना के छह महीने बीत जाने के बावजूद पीड़िता के परिवार द्वारा न्याय की मांग आज भी लगातार जारी है। रविवार को पीड़िता का जन्मदिन था और इस मौके पर उसके माता-पिता ने एक बार फिर सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग की। उनकी चाहत है कि बेटी के जन्मदिन पर उसे न्याय मिले और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता कुणाल घोष ने इस प्रदर्शन पर सवाल उठाया। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि यह रैली राजनीतिक रूप से प्रेरित है। उन्होंने दावा किया कि यह रैली पूरी तरह से राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित है। इसमें विभिन्न राजनीतिक पार्टियां जैसे कि लेफ्ट, एनसीपीएम, कांग्रेस और भाजपा शामिल हैं। ये सभी तृणमूल विरोधी पार्टियां हैं और इसका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक माहौल को बिगाड़ना है।
कुणाल घोष ने कहा कि इस रैली के लिए जो भी फंडिंग हो रही है, वह एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी से की जा रही है और उनके द्वारा किए गए खर्च को लेकर भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह इवेंट मैनेजमेंट कंपनी पैसे खर्च कर रही है और इस तरह से विरोध प्रदर्शन करवा रही है। क्या सीबीआई को इस बात की जांच नहीं करनी चाहिए?
घोष ने आगे कहा कि मामले में दोषी को सजा मिल चुकी है। लेकिन हम इस सजा से संतुष्ट नहीं हैं, हम चाहते हैं कि दोषी को फांसी की सजा मिले। यही कारण है कि कानूनी लड़ाई जारी है। लेकिन यह बात स्पष्ट है कि मामले का ट्रायल समाप्त हो चुका है और दोषी को सजा मिल चुकी है। यह सब राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है और इस मामले में कंफ्यूजन फैलाने की कोशिश की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2024 में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर का शव बरामद हुआ था। इसके बाद कोलकाता पुलिस की तरफ से मामले की जांच की गई। इस मामले में संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद कोलकाता हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
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