N1Live National दंगाई का मजहब या जात नहीं होती, परिवार को नहीं मिलनी चाहिए इसकी सजा : अतुल लोंढे
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दंगाई का मजहब या जात नहीं होती, परिवार को नहीं मिलनी चाहिए इसकी सजा : अतुल लोंढे

Rioters have no religion or caste, the family should not be punished for it: Atul Londhe

नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा रही है। बुलडोजर कार्रवाई पर कांग्रेस नेता अतुल लोंढे ने ऐतराज जताते हुए कहा कि किसी पर भी कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन जो हो रहा है वो ठीक नहीं।

कांग्रेस नेता अतुल लोंढे ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “जिन्होंने गुनाह किया है, उन पर कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बाप का राज नहीं बल्कि कानून का राज होना चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि अगर यही न्याय है तो नितेश राणे के घर पर बुलडोजर कब चलने वाला है। उन्होंने भी कई भड़काऊ भाषण देकर आग में घी डालने का काम किया है। न्यायालय ने स्पष्ट तरीके से कहा है कि कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन ये बुलडोजर कार्रवाई क्या है?”

उन्होंने आगे कहा, “देश में कानून का राज है न? लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों के घर पर ही क्यों बुलडोजर चलाया जाता है? हमारे मुताबिक दंगाई सिर्फ दंगाई होता है, उसका कोई मजहब या जात नहीं होती। इसलिए दंगाई पर बिना मजहब या जात देखे ही कार्रवाई होनी चाहिए। परिवार को सजा देने का किसी को कोई अधिकार नहीं है। जिसने गुनाह किया, सिर्फ उसे ही सजा मिलनी चाहिए।”

दरअसल, नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान के अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम की ओर से कार्रवाई की जा रही है। भारी पुलिस बल के साथ निगम की टीम बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंची और अवैध निर्माण को ढहाने की प्रक्रिया शुरू की। यह कार्रवाई नागपुर के संजय बाग कॉलोनी में स्थित फहीम खान के दो मंजिला मकान पर हो रही है, जो उनकी पत्नी जहिरुन्निसा के नाम पर पंजीकृत है।

फहीम खान को नागपुर दंगों का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वह पुलिस हिरासत में है। नगर निगम ने फहीम खान के अवैध निर्माण को लेकर उन्हें 24 घंटे का समय दिया था, लेकिन जब वह इसे खुद हटाने में विफल रहे, तो अब प्रशासन ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया। उनके घर को ढहाने का काम सोमवार सुबह 10 बजे से शुरू हो गया है और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

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