पटना, 26 अगस्त । राजद नेता तेजस्वी यादव कानून व्यवस्था के मोर्चे पर नीतीश सरकार को हर दिन घेर रहे हैं। तेजस्वी यादव के बयान के बाद वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है।
तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार के इतिहास को समझने की कोशिश करें तो राज्य के अंदर अपराधियों को संरक्षित करने का काम किसी एक पार्टी ने किया तो वह राजद ने किया है। यदि किसी एक नेता ने अपराधियों को महिमामंडित किया तो उस नेता का नाम लालू प्रसाद यादव है।
उन्होंने कहा कि यदि किसी मुख्यमंत्री के राज्य में मुख्यमंत्री आवास से अपराधियों का डील होता था, तो उसमें दो मुख्यमंत्री का नाम आता है, पहला लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी। किसी सरकार के बारे में हाईकोर्ट की टिप्पणी देखी जाए तो राजद की सरकार के संदर्भ में ही टिप्पणी थी कि यहां जंगलराज कायम था। वो लोग अगर आज कानून व्यवस्था की बात करते हैं, तो ये बेमानी है।
जिसके ऊपर इतने सारे आरोप लगे हैं, उसको अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए। बिहार को अभी भी अपराधियों को आगे राजनीतिक रूप से बढ़ाने में राजद कहीं से भी पीछे नहीं है। लोकसभा चुनाव में ही उन्होंने जैसे उम्मीदवारों को उतारा, वह सब को मालूम है कैसे-कैसे अपराधियों को राजद ने टिकट दिया था। जो अपराधियों को राजनीति में आगे लाना चाहता है उसको अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव को अपने पिताजी के कार्यकाल के इतिहास को पढ़ना और जानना चाहिए। उनके पिता लालू प्रसाद यादव और उनके माता जी राबड़ी देवी के समय में जो जो होता था, उसकी वजह से पूरे बिहार की छवि खराब हुई। लालू यादव के कारण एक समय में बिहारी कहलाना शर्म की बात होती थी। लालू यादव के कारण नौकरी तलाशने के लिए युवाओं को दूसरे राज्य में जाना पड़ता था। लालू यादव ने पूरे बिहार को बेरोजगार बनाया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के जातीय जनगणना के सवाल पर मंगल पाण्डेय ने कहा कि राहुल गांधी वही कह रहे हैं, जो बिहार में एनडीए की सरकार ने किया। मैं भी उस सरकार में मंत्री था। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनगणना का काम किया। सामाजिक और आर्थिक रूप से जानकारी ली गई। उनके पूर्वजों का इतने दिनों तक देश में राज रहा, उन्होंने क्या किया। जातीय जनगणना का कांग्रेस पार्टी को इतने दिनों तक होश क्यों नहीं आया। उनको होश तब आया जब एनडीए इस काम को लेकर आगे बढ़ी।
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