रोहतक, 30 जून जिले में आज हुई मौसम की पहली बारिश ने लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत दी, लेकिन मानसून की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन के बड़े-बड़े दावों की धज्जियां उड़ा दीं।
30 मिनट से अधिक की बारिश के कारण पुराने रोहतक के सभी मुख्य बाजारों में जलभराव हो गया, जिनमें छोटू राम चौक, हुडा कॉम्प्लेक्स, पालिका बाजार, रेलवे रोड, प्रताप चौक काठमंडी और गोहाना अड्डा बाजार शामिल हैं।
कुछ जगहों पर पानी दुकानों में भी घुस गया। जलभराव के कारण कुछ जगहों पर वाहन, खास तौर पर दोपहिया वाहन फंस गए। दोपहिया वाहन सवारों को पानी में से अपनी बाइक निकालते देखा गया। पानी जमा होने के कारण कई बाजारों में लोगों को अपनी दुकानें बंद करनी पड़ीं।
प्रेम नगर निवासी दीपक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकारियों ने पिछले वर्ष से कोई सबक नहीं सीखा है, जब मानसून के मौसम में एक बार नहीं, बल्कि कई बार शहर के कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई थी।
उन्होंने कहा, “शहर भर में जलभराव से साफ पता चलता है कि नालों की सफाई और सीवरों की सफाई के नाम पर सिर्फ कागजी काम किया गया है। बारिश के पानी को निकालने के लिए अधिकारियों द्वारा किए गए इंतजाम नाकाफी साबित हुए हैं।”
स्थानीय कांग्रेस नेता राकेश गर्ग ने सवाल उठाया, “जब 30 मिनट की बारिश शहर में तबाही मचा सकती है, तो कल्पना कीजिए कि अगर बारिश घंटों तक जारी रहे तो क्या होगा?” उन्होंने कहा, “जिला अधिकारियों के पास पिछले साल की स्थिति को दोहराने से रोकने के लिए अभी भी कुछ समय है, जब कई इलाकों में लंबे समय तक पानी जमा रहा और लोगों को असुविधा हुई।”