चार हथियारबंद लोगों ने बुधवार तड़के यहां पॉश कोर्ट रोड इलाके में स्थित टोकरीयां वाली गली में एक कमीशन एजेंट और उसकी पत्नी को बंधक बनाकर लूटपाट की।
नकाबपोश बदमाशों ने कथित तौर पर पीड़ितों के घर से एक करोड़ रुपये नकद, करीब तीन किलो सोना लूट लिया तथा एक लाइसेंसी रिवाल्वर और स्कूटर भी लूट लिया।
संदिग्ध एक घंटे तक घर में रहे, क्योंकि दंपति अकेले थे। परिवार के बाकी सदस्य छुट्टियां बिताने चंडीगढ़ गए हुए थे।
जब कमीशन एजेंट ने संदिग्धों का विरोध करने की कोशिश की, तो उन्होंने पिस्तौल के बट से उस पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित की पहचान कमीशन एजेंट जिया लाल के रूप में की है और उसका बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) अभिमन्यु राणा ने बताया कि पुलिस अपराधियों के बारे में सुराग खोजने के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। घर से नमूने एकत्र करने के लिए फोरेंसिक टीमों को भी लगाया गया है।
जिया लाल ने बताया कि हथियारबंद लुटेरे दीवार फांदकर उनके घर में घुस आए। सुबह जिया लाल ने जैसे ही घर का दरवाजा खोला, संदिग्धों ने घर में घुसकर उन्हें और उनकी पत्नी को बंधक बना लिया। संदिग्धों ने धमकी दी कि अगर उन्होंने शोर मचाया तो वे गोली मार देंगे। जब जिया लाल ने संदिग्धों का विरोध करने की कोशिश की, तो उन्होंने उन पर हमला कर दिया। जिया लाल ने बताया कि संदिग्धों ने घर की हर अलमारी और दराज की तलाशी ली और 3 करोड़ रुपये की नकदी और गहने लूट लिए।
उन्होंने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद संदिग्ध कार में बैठकर भाग गए और उनका स्कूटर भी लूट लिया। जब पीड़ित ने शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने कंट्रोल रूम को फोन किया। पुलिस की टीमें कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंच गईं।
पीड़ित की पत्नी बिमला देवी ने बताया कि बदमाशों ने घर में कोई कीमती सामान नहीं छोड़ा। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने उन्हें बंदूक की नोक पर बंधक बना लिया। उन्होंने बताया कि घटना की खबर सुनकर उनका बेटा और परिवार चंडीगढ़ से वापस आ गया।
जांच अधिकारी अमोलक सिंह ने बताया कि पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और संदिग्धों के बारे में कुछ सुराग मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि संदिग्धों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पीड़ितों के रिश्तेदार शहर की मौजूदा स्थिति को लेकर गंभीर हैं। उनका कहना है कि लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। उनका कहना है कि शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।