टिटोली गांव के किसानों ने राज्य सरकार से उन्हें दी जाने वाली सहायता बढ़ाने का आग्रह किया है। उन्होंने जिले में आगामी खरीफ फसल की खेती के मौसम से पहले उर्वरक, पानी और बिजली की समय पर और पर्याप्त उपलब्धता की मांग की है।
किसानों ने पूर्व श्रम मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा के समक्ष अपनी चिंता व्यक्त की, जो बुधवार को अपने किसान-मिलिए अभियान के तहत गांव के दौरे पर आए थे। इस अभियान का उद्देश्य किसानों की शिकायतों को दूर करना तथा समाधान के लिए उन्हें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के समक्ष प्रस्तुत करना है।
हुड्डा ने कहा, “कृषि क्षेत्र में खाद, पानी और बिजली की अहम भूमिका होती है, इसलिए हर किसान को उम्मीद है कि राज्य सरकार इन जरूरी चीजों की पर्याप्त आपूर्ति करेगी, ताकि अच्छी खेती और भरपूर पैदावार सुनिश्चित हो सके। किसानों ने बातचीत के दौरान मुझसे अपनी चिंताएं साझा कीं। उन्होंने कुछ छोटी-मोटी समस्याएं भी उठाईं, जिनका समाधान फोन पर संबंधित अधिकारियों से संपर्क करके तुरंत किया गया।”
उन्होंने दावा किया कि न तो स्थानीय विधायक और न ही सांसद किसानों की समस्याओं पर ध्यान दे रहे हैं, जिससे गांव के किसानों में नाराजगी है।
उन्होंने कहा, “बातचीत के दौरान किसानों ने न केवल किसानों बल्कि आम नागरिकों की चिंताओं को दूर करने के लिए सीएम की सराहना की। ऐसा मानवीय व्यवहार उन्हें अन्य नेताओं से अलग करता है। किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी उपज खरीदने के लिए भी उनकी प्रशंसा की।”
हुड्डा ने कहा कि सीएम सैनी के नेतृत्व वाली सरकार देश में एकमात्र ऐसी सरकार है जो 24 अलग-अलग फसलों को एमएसपी पर खरीद रही है। उन्होंने कहा, “इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सरकार किसानों की कितनी हितैषी है।”
पूर्व मंत्री ने किसानों के साथ कृषि भूमि का भी निरीक्षण किया तथा मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए उनके सुझावों पर गौर किया।
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