झज्जर के डीघल गांव निवासी फाइनेंसर मंजीत सिंह की हत्या के मामले में जिला पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दो सप्ताह पहले किलोई गांव में हुई हत्या के मामले में आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
आरोपियों की पहचान गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के सेक्टर 9 निवासी ललित उर्फ लक्ष्मण, पलवल के फरीदपुर गांव निवासी रोहित, उत्तर प्रदेश निवासी रविंदर उर्फ रवि और फरीदाबाद जिले के हरीश उर्फ हरिया के रूप में हुई है। पुलिस प्रवक्ता ने दावा किया कि सभी हत्या में शामिल पाए गए।
प्रवक्ता ने बताया, “प्रारंभिक जांच के अनुसार, मंजीत और उसका भाई मुकेश 6 दिसंबर को किलोई गांव में एक बैंक्वेट हॉल में अपने चचेरे भाई की शादी में शामिल होने आए थे। वे खाना खा रहे थे, तभी दो-तीन हथियारबंद अज्ञात युवक वहां पहुंचे। बदमाशों ने मंजीत पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं और हवा में फायरिंग करते हुए भाग गए। अपने बचाव में मुकेश ने भी हमलावरों पर गोलियां चलाईं, लेकिन हमलावर कार में बैठकर भाग गए। हमले में मंजीत के बगल में बैठा मंदीप भी गोली लगने से घायल हो गया। दोनों को पीजीआईएमएस रोहतक के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मंजीत को मृत घोषित कर दिया।”
उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने 9 दिसंबर को हमलावरों को पकड़ने के लिए छापेमारी की, जब उन्हें सूचना मिली कि दो हथियारबंद बदमाश रोहतक शहर में गोहाना रोड के पास मोटरसाइकिल पर घूम रहे हैं और किसी और वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। दोनों आरोपियों की पहचान खरखौदा (सोनीपत) के साहिल और फतेहाबाद के जसबीर के रूप में हुई है, जिनका पुलिस ने पीछा किया। बाद में मुठभेड़ के दौरान वे घायल हो गए। बदमाशों का रोहतक के पीजीआईएमएस में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि मंजीत हत्याकांड की जांच में भी उन्हें शामिल किया जाएगा।