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रोहतक चीनी मिल का 69वां गन्ना पेराई सत्र शुरू

Rohtak Sugar Mill's 69th sugarcane crushing season begins

हरियाणा के सहकारिता, जेल, चुनाव, धरोहर एवं पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा ने जिले के भाली आनंदपुर गांव स्थित रोहतक सहकारी चीनी मिल के 69वें गन्ना पेराई सत्र का उद्घाटन किया।

उद्घाटन समारोह में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए मंत्री ने किसानों और मिल कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने गन्ना किसानों को आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के भीतर उनका भुगतान कर दिया जाएगा।

हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन धर्मबीर सिंह डागर ने मिल की प्रबंध निदेशक मेजर (सेवानिवृत) गायत्री अहलावत व अन्य पदाधिकारियों के साथ बॉयलर का बटन दबाकर व चेन में गन्ना डालकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया।

अपने संबोधन में डागर ने कहा कि सरकार किसानों को मिल में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने देगी।

उन्होंने कहा, “सरकार ने गन्ना किसानों के हित में अनेक कदम उठाए हैं। गन्ने की उन्नत किस्मों को विकसित करने पर काम चल रहा है, ताकि गन्ना उत्पादकों को अधिक उत्पादन मिल सके और उनकी आय बढ़ सके।” उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसानों को देश में सबसे अधिक गन्ना मूल्य मिल रहा है और भुगतान भी समय पर किया जा रहा है।

सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक मेजर (सेवानिवृत) गायत्री अहलावत ने बताया कि मिल से पांच जिलों के 251 गांवों के करीब 5,000 किसान जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि करीब 22,000 एकड़ भूमि पर गन्ना बोया गया है, जिससे इस वर्ष करीब 28 लाख क्विंटल गन्ना आने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, ‘‘3.53 करोड़ रुपये की गन्ना विकास योजना तैयार की गई है, जिसमें 74 लाख रुपये की सब्सिडी सीधे किसानों को दी जाएगी।’’

एमडी ने बताया कि पिछले पेराई सत्र में 41.58 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर 9.03 प्रतिशत की रिकवरी दर से 3,71,800 क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया तथा किसानों को गन्ने का सम्पूर्ण मूल्य 160.33 करोड़ रुपये का भुगतान समय पर किया गया है।

उन्होंने कहा, “अप्रैल से नवंबर तक 2.32 लाख क्विंटल चीनी ऑनलाइन 3,843 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेची गई। चीनी बिक्री में रोहतक शुगर मिल प्रदेश में पहले स्थान पर रही। मिल को पिछले साल बिजली बिक्री से 14.76 करोड़ रुपये की आय हुई। हाल ही में एक उन्नत प्रदूषण नियंत्रण इकाई स्थापित की गई है, जिससे आस-पास के गांवों के निवासियों को राहत मिलेगी।”

मिल प्रशासन ने प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ मिल में गन्ना लाने वाले वाहन चालकों को भी सम्मानित किया।

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