रोहतक जिला परिषद सदस्य नीलम खत्री के बेटे का आज सुबह जिले के इस्माइला गांव से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया।
नीलम के पति एडवोकेट जगबीर खत्री ने आरोप लगाया है कि अपहरणकर्ताओं ने उनकी पत्नी को फोन करके धमकी दी थी कि अगर उन्होंने जिला परिषद अध्यक्ष मंजू हुड्डा के पक्ष में वोट नहीं दिया तो वे उनके 10 वर्षीय बेटे को मार देंगे।
गौरतलब है कि जिला परिषद के 14 में से 10 सदस्यों ने चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी, जिसके लिए बुधवार को बैठक बुलाई गई है।
जगबीर ने कहा, “बैठक से दो दिन पहले हमारे बेटे का अपहरण कर लिया गया ताकि मेरी पत्नी पर अध्यक्ष के लिए वोट करने का दबाव बनाया जा सके। हमने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।”
दूसरी ओर, मंजू हुड्डा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि जब उन्हें पता चला कि उनके बेटे का अपहरण कर लिया गया है तो उन्होंने जिला परिषद सदस्य की मदद की पेशकश की थी, लेकिन अब उन्हें ही इसके लिए दोषी ठहराया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “जिला परिषद के सदस्य लंबे समय से मुझे निशाना बना रहे हैं, लेकिन मैंने कभी उनके खिलाफ कुछ नहीं कहा या किया। अब उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं और मैं इस संबंध में उचित कार्रवाई भी करूंगा।”
मंजू हुड्डा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में रोहतक जिले के गढ़ी सांपला-किलोई निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गईं।
मंजू का पति राजेश उर्फ सरकारी पूर्व गैंगस्टर है, हालांकि अब वह व्यवसाय और समाज सेवा में है।
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