करनाल शहर में दो एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण कार्य ज़ोरों पर चल रहा है, जिसका लगभग 55 प्रतिशत काम नौ महीनों में पूरा हो चुका है। अधिकारियों को विश्वास है कि शहर की व्यस्त सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने के उद्देश्य से बनाई गई यह दोहरी फ्लाईओवर परियोजना अपनी निर्धारित समय सीमा जनवरी 2027 से पहले ही पूरी हो जाएगी।
122 करोड़ रुपये की यह परियोजना आधिकारिक तौर पर 17 जनवरी, 2025 को शुरू हुई, जो कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा 7 मार्च, 2024 को आधारशिला रखे जाने के लगभग 10 महीने बाद है। इस कार्य का उद्घाटन करनाल के विधायक जगमोहन आनंद और मेयर रेणु बाला गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया, जो करनाल स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर की सबसे महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा पहलों में से एक की शुरुआत है।
निर्माण एजेंसी से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, राणा अकादमी से रेलवे रोड स्थित राजकीय कन्या महाविद्यालय तक बनने वाला पहला फ्लाईओवर 2.83 किलोमीटर लंबा और 9 मीटर चौड़ा होगा। 60 खंभों पर टिका यह ऊंचा ढांचा शहर के सबसे व्यस्त गलियारों में से एक में निर्बाध संपर्क प्रदान करेगा और वाहनों की आवाजाही को सुगम बनाएगा।
महर्षि वाल्मीकि चौक से अंबेडकर चौक तक बनने वाला दूसरा फ्लाईओवर 937 मीटर लंबा होगा और इसकी चौड़ाई भी 9 मीटर ही होगी। यह हिस्सा 25 खंभों पर टिका होगा, जिससे दोनों फ्लाईओवरों पर कुल 85 खंभे होंगे।
प्रगति रिपोर्ट के अनुसार, 80 पिलरों की नींव का काम पूरा हो चुका है, जबकि 60 पिलरों का उप-संरचना का काम पूरा हो चुका है। 35 पिलरों और 50 पियर कैप का गर्डर स्ट्रक्चर भी पूरा हो चुका है। दोनों फ्लाईओवर बिना किसी केंद्रीय डिवाइडर या फुटपाथ के दो-लेन संरचना के रूप में डिज़ाइन किए गए हैं।
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