केंद्र सरकार द्वारा जनगणना के लिए अधिसूचना जारी करने के बाद अब देश में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने तेलंगाना मॉडल पर जाति जनगणना कराने की मांग की है और इसके स्पष्ट प्रारूप की वकालत की है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, “अगर जनगणना तेलंगाना के प्रारूप के अनुसार होगी तो यह सार्थक होगी, लेकिन अगर इसे बिहार की तरह किया जाएगा तो यह निरर्थक होगी। इसलिए प्रारूप को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाना चाहिए।”
तेलंगाना में जनगणना एक व्यापक डोर-टू-डोर सर्वे के रूप में आयोजित की गई, जिसमें राज्य के सभी 33 जिलों को शामिल किया गया।
महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को पुल ढहने की घटना पर कांग्रेस सांसद ने कहा, “भ्रष्टाचार स्पष्ट रूप से मौजूद है, भ्रष्टाचार का मुद्दा कहां चला गया? चाहे पुल गिरे या लोग मरें, इस देश में अब कुछ भी मायने नहीं रखता। इतना खराब मौसम होने के बाद हेलीकॉप्टर क्यों उड़ाया जा रहा था, इसका जवाब कौन देगा? अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान क्रैश हुआ, यह बड़ी दुर्घटना थी, लेकिन खराब मौसम में हेलीकॉप्टर उड़ाने का क्या मतलब समझा जाए?”
साइप्रस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल पेमेंट के मामले में भारत सबसे आगे है। इस पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि भारत बेरोजगारी में भी सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि युवाओं को देश की तरक्की के साथ नहीं जोड़ा जा रहा है। देश में 65 प्रतिशत आबादी युवाओं की है और देश के नवजवान परेशान हो रहे हैं, इससे ज्यादा दुखद क्या होगा?
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने साइप्रस में कहा कि भारत ने महत्वपूर्ण डिजिटल क्रांति का अनुभव किया है। दुनिया के 50 प्रतिशत यूपीआई लेनदेन भारत में हो रहे हैं। यह डिजिटल परिवर्तन भारत के लिए गेम चेंजर रहा।
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