पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को यहां के पास नादुआन में वीर बाल दिवस के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों का बलिदान भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय है जो कम उम्र में ही युवा योद्धाओं द्वारा धर्म, सत्य और न्याय की रक्षा के लिए प्रदर्शित अद्वितीय साहस को दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा कि वीरता का यह महान कार्य आने वाली पीढ़ियों तक देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि साहिबजादों ने अत्याचार के आगे झुकने के बजाय अपने बलिदान से यह सिद्ध कर दिया कि राष्ट्र और धर्म की रक्षा सर्वोपरि है। यह बलिदान न केवल सिख समुदाय के लिए बल्कि समस्त देशवासियों के लिए एक अमूल्य धरोहर है।
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2022 में श्री गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर घोषणा की थी कि गुरु के पुत्र साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की स्मृति में 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। ठाकुर ने कहा कि वीर बाल दिवस मनाने का उद्देश्य देश के बच्चों और युवाओं को साहिबजादों के बलिदान से अवगत कराना है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने साहिबजादों को सच्चा सम्मान देते हुए उनकी स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की। वर्षों तक डेरा बाबा नानक में हमारे सिख भाई सीमा पार से दूरबीन के माध्यम से करतारपुर साहिब की एक झलक ही देख पाते थे, लेकिन मोदी सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर खोल दिया।” इससे पहले, भाजपा की जिला इकाई के अध्यक्ष राकेश ठाकुर के नेतृत्व में ठाकुर का नादौन के इंदरपाल चौक पर जोरदार स्वागत किया गया।


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