अयोध्या, 21 फरवरी । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित भव्य महाकुंभ को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘मृत्यु कुंभ’ बताया था। उनके इस बयान से देशभर के साधु-संत भड़क गए हैं और लगातार ममता बनर्जी के बयान का विरोध जता रहे हैं।
अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास पुजारी ने कहा, “कुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इस महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहा है। हाल ही में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी महाकुंभ को लेकर बयान दे चुके हैं। ऐसा लगता है कि मोदी और योगी से ईर्ष्या के कारण विपक्ष ने सनातन धर्म को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। उसे लेकर ममता बनर्जी का बयान निंदनीय है।”
अयोध्या धाम के दिवाकराचार्य महाराज ने कहा, “टीएमसी प्रमुख, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी धर्म, संस्कृति और आस्था को नष्ट करने की ठेकेदार बन गई हैं।”
आचार्य सीताराम दास ने कहा, “पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी द्वारा दिया गया बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निराधार है। करोड़ों हिंदुओं के लिए पवित्र आयोजन अमृत महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहना अपमानजनक और निंदनीय है। यह उनकी बुद्धि के पतन को दर्शाता है। ममता बनर्जी को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। अगर वह माफी नहीं मांगती हैं तो साधु-संत सड़कों पर उतरेंगे और उनके बयान के विरोध में अनशन किया जाएगा।”