रक्षाबंधन के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और साध्वी निरंजन ज्योति ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस खास मौके पर साध्वी निरंजन ज्योति ने मुख्तार अब्बास नकवी को राखी भी भी बांधी। इसके बाद दोनों नेताओं ने राखी के महत्व पर प्रकाश डाला। साध्वी निरंजन ज्योति ने भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी के साथ अपने रिश्ते का जिक्र करते हुए कहा कि यह बंधन राजनीतिक नहीं, बल्कि दिल से दिल तक का है।
साध्वी निरंजन ज्योति ने आईएएनएस से कहा, “रक्षाबंधन का धागा सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्यार और विश्वास का प्रतीक है। यह परंपरा राजा बाली के समय से चली आ रही है, जब मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को राखी बांधकर रक्षा का वचन लिया था।”
उन्होंने बताया कि नकवी के साथ उनका रिश्ता तब से है, जब वह न तो सांसद थीं और न ही विधायक। भाजपा में शामिल होने के बाद नकवी उनके लिए भाई की तरह बन गए। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि हर भाई-बहन का रिश्ता अटूट रहे। यह हमारी भारतीय संस्कृति है, जो परिवार को जोड़ती है।
साध्वी ने अपने जीवन का जिक्र करते हुए कहा कि वह एक साधारण परिवार से हैं, जहां बिजली-पानी जैसी सुविधाएं नहीं थीं। भाजपा में काम करते हुए उन्हें नकवी जैसे भाई और पार्टी के कई अग्रज मिले। हर बहन अपने भाइयों के साथ खुद को सौभाग्यशाली समझती है।
साध्वी ने कहा कि व्यस्तता के बावजूद वह अपने हाथों से नकवी को राखी बांधने की कोशिश करती हैं। उन्होंने एक भजन का उल्लेख किया, “कई जन्मों से बुला रहे हो, कोई तो रिश्ता जरूर होगा,” जो उनके रिश्तों की गहराई को दर्शाता है।
वहीं, भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी रक्षाबंधन पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने साध्वी निरंजन ज्योति को “दीदी” कहते हुए उनके योगदान की सराहना की और कहा, “दीदी जहां भी हों, रक्षाबंधन पर अपना आशीर्वाद देती हैं। सनातन आस्था दुनिया की सबसे पुरानी और श्रेष्ठ आस्था है, जो अनेकता में एकता का संदेश देती है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के संकल्प का जिक्र करते हुए कहा कि साध्वी गांव, गरीब, किसान और कमजोर वर्गों के लिए जमीन पर काम करती हैं।
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