मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यह स्वीकार करके नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया कि भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के उम्मीदवारों सहित कई नेताओं ने उनके उपचुनाव और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की “गुप्त रूप से” मदद की थी, जबकि कांग्रेस ने दलबदलुओं को “कृत्रिम आभूषण” कहा।
उन्होंने विशेष रूप से राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह का नाम लिया, जिन्होंने करनाल उपचुनाव में उनके खिलाफ चुनाव लड़ा था
मंगलवार को एक जनसभा में पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता नरेन्द्र सांगवान का भाजपा में स्वागत करते हुए सैनी ने खुलासा किया कि हरियाणा अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन त्रिलोचन सिंह सांगवान व अन्य कांग्रेस नेताओं ने करनाल उपचुनाव व विधानसभा चुनाव में उनकी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सैनी ने करनाल उपचुनाव में उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले त्रिलोचन सिंह का नाम लेते हुए कहा, ”जब मैं चुनाव लड़ रहा था, तो मैं उनके घर चाय पीने गया था और उनसे भाजपा में शामिल होने के लिए कहा था।” उन्होंने घरौंडा के पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान का भी जिक्र करते हुए कहा कि सांगवान ने घरौंडा में भाजपा उम्मीदवार हरविंदर कल्याण का समर्थन किया था।
सैनी के खुलासे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेताओं ने दलबदलुओं पर पार्टी को धोखा देने और मतदाताओं को गुमराह करने का आरोप लगाया। घरौंदा विधानसभा चुनाव हारने वाले एआईसीसी सचिव वीरेंद्र राठौर ने कहा कि ऐसे नेता महज ‘कृत्रिम आभूषण’ हैं, जिनकी परख खुद सैनी ने की है।
बुधवार को पार्टी के मेयर पद के उम्मीदवार मनोज वाधवा के चुनाव कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए राठौर ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि सांगवान हमारे साथ नहीं हैं और उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के लिए काम किया है। अब सीएम ने उनकी पोल खोल दी है।”
इसी तरह, कांग्रेस नेता सुमिता सिंह, जिन्होंने चुनाव में हार का सामना किया था, ने त्रिलोचन सिंह और अन्य पर निशाना साधते हुए कहा, “सीएम ने खुद ही उनकी पोल खोल दी है। ये नेता कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के लिए काम कर रहे थे।”
जब त्रिलोचन सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा, “सीएम ने मंच से जो कुछ भी कहा, मैं उसे स्वीकार करता हूं। ‘काबुल, काबुल और काबुल’।”