विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य गहरे वित्तीय संकट से जूझ रहा है और यह पहली बार है कि कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में देरी हो रही है।
आज यहां भाजपा के सदस्यता अभियान के लिए आयोजित बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “इस महीने की पहली तारीख के बजाय पांच तारीख को वेतन का भुगतान किया गया और वह भी केंद्र से प्राप्त 550 करोड़ रुपये के राजस्व घाटा अनुदान से। सरकार कह रही है कि वह 10 तारीख तक केंद्रीय करों में राज्य के हिस्से से पेंशन का भुगतान करेगी, जो केंद्र द्वारा दिया जाने वाला लगभग 700 करोड़ रुपये है। आउटसोर्स कर्मचारियों को करीब छह महीने से वेतन नहीं दिया गया है।”
विपक्ष के नेता ने कहा, “कोविड काल के दो वर्षों के दौरान भी, जब राजस्व प्राप्ति बहुत कम थी, राज्य की भाजपा सरकार ने यह सुनिश्चित किया था कि वेतन और पेंशन में देरी न हो।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने अपने कार्यकाल के 20 महीनों में ही इतना कर्ज ले लिया है जितना पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल में नहीं लिया था। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि दिसंबर तक राज्य को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज के बोझ तक ले जाने का श्रेय भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को ही जाएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय स्थिति बेहद चिंताजनक है और आने वाले समय में इसके और भी खराब होने की आशंका है।
नेता ने कहा कि 2 सितंबर से चल रहे सदस्यता अभियान में हिमाचल में 16 लाख प्राथमिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि देशभर में 10 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य है। जिला भाजपा अध्यक्ष अरविंद चंदेल ने कहा कि इस बार सदस्यता प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से की जा रही है।