वाराणसी, 20 दिसंबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान के बाद विपक्षी दलों का विरोध जारी है। अमित शाह के बयान के खिलाफ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन किया।
समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले वाराणसी में बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और इसके बाद हाथों में तख्तियां और अंबेडकर के पोस्टर लेकर धरने पर बैठ गए। सपा कार्यकर्ताओं का आरोप था कि अमित शाह ने बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया है। यह बयान समाज के एक महान नेता और संविधान निर्माता का अपमान करने जैसा है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि अमित शाह देश की जनता से माफी मांगें।
सपा नेता संदीप मिश्रा ने कहा कि अमित शाह ने डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया, जो इस देश के संविधान के रचयिता थे। यह न केवल देश के दलितों और पिछड़ों का बल्कि पूरे राष्ट्र का अपमान है। गृह मंत्री ने जो बयान दिया वह न केवल गलत था, बल्कि देश के संविधान का भी अपमान है, जिसे दुनिया भर में सम्मानित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि यह अपमान समाजवादी पार्टी के नौजवान और कार्यकर्ता नहीं सहेंगे। देश की जनता ने समझ लिया है कि यह सिर्फ बौखलाहट का परिणाम है। गृह मंत्री को इस तरह की हरकतें करने की कोई जरूरत नहीं थी। पहले भी जब ऐसी घटनाएं हुईं, तो उन्होंने कभी सफाई नहीं दी। लेकिन, अब उनका बौखलाया हुआ बयान यह दिखा रहा है कि उन्होंने गलती की है। यह गलती सिर्फ अमित शाह की नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के हर उस नेता की है जो दलितों और पिछड़ों का अपमान करता है। देश की जनता जान चुकी है कि ऐसे नेताओं को अब जवाब देना जरूरी है और अगली बार के चुनाव में जवाब मिलेगा।
सपा नेता रविकांत विश्वकर्मा ने कहा कि बाबा साहेब हमारे आदर्श हैं, हमारे सम्मान और हमारी आत्मा हैं। जिन शब्दों का इस्तेमाल केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने किया है, वह निंदनीय है। यदि उन्होंने माफी नहीं मांगी, तो हम सभी समाजवादी नौजवान इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता, हमें अपने आत्मसम्मान और बोलने का अधिकार है। हम इस बात से गहरी नाराजगी महसूस कर रहे हैं। हम अमित शाह से अपील करते हैं कि वह समय रहते माफी मांगें, नहीं तो आने वाले समय में विश्व भर के नौजवान इसका कड़ा जवाब देंगे।