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संदीप देशपांडे ने मिलिंद देवड़ा को धोखेबाज बताया, बोले- एग्जिट पोल मेरी समझ से परे

Sandeep Deshpande called Milind Deora a fraud, said- Exit poll is beyond my understanding Sandeep Deshpande called Milind Deora a fraud, said- Exit poll is beyond my understanding

मुंबई, 21 नवंबर । महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) नेता और वर्ली विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार संदीप देशपांडे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया दी और शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा को धोखेबाज बताया।

संदीप देशपांडे ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि वोटिंग ज्यादा होना लोकतंत्र के लिए अच्छे संकेत हैं। ग्रामीण इलाकों में जिस तरह से वोटिंग हुई है, इससे शहरी लोग जो खुद को ज्यादा शिक्षित समझते हैं उनको उनसे सीख लेनी चाहिए।

महाराष्ट्र में एग्जिट में महायुति की सरकार बन रही है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एग्जिट के नतीजे मेरी समझ में नहीं आए। मुझे लगता है कि एग्जिट पोल वाले भी कन्फ्यूज हैं। मुझे मालूम नहीं कि महाराष्ट्र में किसी सरकार बनेगी। 23 नवंबर को नतीजों से स्पष्ट हो जाएगा कि राज्य में किसी सरकार बन रही है।

भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में सबसे बड़ी पार्टी रहेगी। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा उन्होंने 170 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, तो बड़ी पार्टी रह सकती है।

कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। राज्य में सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। अब अस्पतालों में इलाज हो, लैब की सुविधा हो वहां पर 20 प्रतिशत रेट बढ़ा दिए गए हैं। इस पर उन्होंने कहा कि मुफ्त की योजनाएं ज्यादा दिनों तक नहीं चलती। हर महीने बहुत दिनों तक पैसा देना संभव नहीं है। कुछ दिनों तक यह हो सकता है।

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नेता लोग कौन सी अपनी जेब से पैसा देते हैं। वो तो जनता का ही पैसा है। जनता से लेते हैं और जनता को ही देते हैं। मुझे लगता है मुफ्त की योजनाएं बहुत दिनों तक नहीं चेलेंगी। बिटकॉइन मामले पर सुप्रिया सुले और नाना पटोले को लेकर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

इसके अलावा उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि यह लाड़ली बहन के भाई, सब धोखेबाज हैं। मिलिंद देवड़ा के पास कोई चेहरा नहीं है, जिसके नाम पर वोट मिल सके। इस लिए राज साहब का सहारा उन्हें लेना पड़ता है।

मिलिंद देवड़ा धोखेबाज हैं। जब खुद के नाम पर वोट नहीं मिल सकते तो वो चुनाव में खड़े क्यों हुए। आप राज साहब का फेक लेटर बनाकर वायरल करते हो। ये ऐसे धोखेबाज लोग हैं। अपने पिता का नाम खराब कर रहे हैं। उनके पिता ने ऐसा कभी नहीं किया।

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