आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, संदीप दीक्षित और अजय माकन की फोटो वाला एक पोस्टर जारी कर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इस पर आपत्ति जताते हुए नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का सबूत पेश करने की चुनौती दी।
संदीप दीक्षित ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, “केजरीवाल बेबुनियाद, तुच्छ आरोप लगाते रहते हैं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं – अगर उनके पास कोई सबूत है, तो वह सामने आएं। यह कायरता स्वीकार्य नहीं है।”
दीक्षित ने दावा किया कि उनके खिलाफ कोई भ्रष्टाचार का मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ कई मामले हैं। उन्हें सामने आकर खुद को बेदाग साबित करना चाहिए।
आगे बोले, “अगर उनमें हिम्मत है तो वे सामने आएं और सबूत दें कि कौन भ्रष्ट है और कौन नहीं? जिस व्यक्ति के खिलाफ दर्जनों मामले हैं, हर तरफ भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है, उसके पास दूसरों पर उंगली उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”
संदीप दीक्षित अपने प्रचार अभियान के दौरान नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र स्थित कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के घर भी गए।
गोल मार्केट इलाके में मतदाताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार के पास छिपाने के लिए कई घोटाले हैं, जबकि 2013 तक कांग्रेस सरकार का रिकॉर्ड बहुत साफ-सुथरा था।
उन्होंने कहा कि “2014 में सीएजी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा में पेश की गई थी और पूरी तरह से ‘आप’ सदस्यों वाली लोक लेखा समिति ने 2015 में जांच शुरू की, लेकिन उसे कांग्रेस के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला।”
अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “केजरीवाल महिला सुरक्षा को लेकर पिछली दिल्ली सरकारों पर हमला करते थे, लेकिन ‘आप’ ने इस मामले में कुछ खास नहीं किया।”
दीक्षित ने ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया की सीबीआई और ईडी द्वारा तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की। बोले, “आप के नरेला विधायक शरद चौहान ने कथित तौर पर शराब नीति घोटाले मामले में खुलासे किए हैं जो गंभीर हैं।”
बता दें कि कांग्रेस नेता ने यह बयान एक ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद दिया। कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्लिप जारी की थी। इसमें पार्टी ने दावा किया कि इसमें सुनाई दे रही आवाज शरद चौहान की है, जिन्होंने कथित तौर पर मनीष सिसोदिया (तत्कालीन मंत्री) को नई शराब नीति न लागू करने का सुझाव दिया था, जिसे सिसोदिया ने मानने से इनकार कर दिया था।
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