लखनऊ, 19 सितंबर । लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पार्टी को जमीनी हकीकत से रूबरू कराने के लिए सरकार और संगठन के साथ लखनऊ में मंथन कर रहा है।
इसमें सरकार और पार्टी के सभी संगठनों से तालमेल बेहतर रहे, चुनावी माहौल के हिसाब से इसकी भूमिका पर भी चर्चा हो रही है।
संघ के आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि बैठक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद, सहकार भारती, सेवा भारती, शैक्षिक महासंघ सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
बैठक का उद्देश्य आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा की विचारधारा वाले अलग-अलग संगठनों में वैचारिक समन्वय स्थापित करना है।
बैठक में इसकी भी चर्चा की जाएगी कि सरकार और संगठन में आपस में कोई मतभेद न हो। दोनों आपसी तालमेल से चले जिससे कि एक तरफ राज्य को सफल तरीके से चलाया जा सके, तो दूसरी तरफ पार्टी को मजबूत बनाने का काम किया जा सके और चुनावी जमीन तैयार किया जाए।
संघ के सूत्र बताते हैं कि बैठक में संघ के सर-कार्यवाहक अरुण कुमार, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी शामिल होंगे। संघ की ओर से हो रही बैठक काफी महत्वपूर्ण है। चुनाव से पहले सारे कील कांटे दुरुस्त कर वह मैदान में उतरना चाह रहे हैं।