संगरूर जिले में हरियाणा सीमा पर स्थित रामपुरा गुजरान गांव के प्रगतिशील किसान सोहन सिंह (44) को राष्ट्रीय मशरूम मेले के दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) – मशरूम अनुसंधान निदेशालय, सोलन द्वारा ‘प्रगतिशील मशरूम उत्पादक पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है।
सोहन, जिन्होंने 2018 में सिर्फ़ एक शेड से मशरूम की खेती शुरू की थी, अब 2.5 एकड़ में लगभग 15 शेड चलाते हैं, जिनसे सालाना लगभग 1,000 क्विंटल मशरूम का उत्पादन होता है। उन्होंने बताया, “हम रोज़ाना बाज़ार जाते हैं। हर शेड से लगभग 50 क्विंटल मशरूम मिलता है, और पिछले साल औसत दर 90 रुपये प्रति किलो रही।”
उन्होंने कहा, “मशरूम की खेती में देखभाल और फफूंद के खतरों पर नियंत्रण की आवश्यकता होती है, लेकिन इससे सालाना 10 लाख रुपये से 25 लाख रुपये तक की कमाई होती है, जो मेरी कुल 20 एकड़ जमीन में धान की फसल से होने वाली आय से कहीं अधिक है।”
उन्होंने तकनीकी मार्गदर्शन के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू), लुधियाना और मशरूम अनुसंधान निदेशालय, सोलन को श्रेय दिया।
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