नई दिल्ली, 5 अक्टूबर। आम आदमी पार्टी का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी निश्चित हार से भाजपा ने बौखलाहट में पूरे देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया है। हर आवाज़ चाहे वो पत्रकार हो या विपक्षी नेता, सभी को दबाना शुरू कर दिया है।
दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने गुरुवार को कहा कि ईडी द्वारा संजय सिंह की गिरफ़्तारी भी इस अघोषित आपातकाल में विपक्ष की आवाज़ को दबाने का प्रयास है। विपक्ष के नेताओं को डरा-धमकाकर, उन्हें जेल में डाला जा रहा है। भाजपा ईडी-सीबीआई के दम पर 2024 का चुनाव लड़ रही है, इसलिए अपना रास्ता साफ़ करने के लिए विपक्ष के हर नेता को निशाना बना रखा है। इसी क्रम में संजय सिंह को गिरफ़्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले 4 दिनों में भाजपा ने पहले अपने ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले पत्रकारों के घर रेड डाली, किसानों की मांग उठाने वाले टीएमसी सांसदों पर बर्बरता की, संजय सिंह को गिरफ़्तार किया और गुरुवार को तमिलनाडु में डीएमके नेताओं के घर रेड, इस अघोषित आपातकाल का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि संजय सिंह के खिलाफ कोई सबूत नहीं, उनकी गिरफ़्तारी का सिर्फ़ एक कारण है कि वो देश के सामने संसद में भाजपा के भ्रष्टाचार की पोल खोलते हैं। पिछले 15 महीने से भाजपा की केंद्र सरकार, उनकी सारी एजेंसियां और उनके 500 से ज़्यादा अफ़सर तथाकथित एक्साइज पालिसी घोटाले की जांच कर रहे हैं।
इस जांच में सीबीआई और ईडी ने अपने 500 से ज़्यादा अफ़सर लगा रखे हैं। इन 500 से ज़्यादा अफ़सरों ने हज़ारों जगह छापे मारे लेकिन 15 महीने बीतने के बाद भी ये एजेंसियां, भाजपा और उनकी केंद्र सरकार कोर्ट में 1 रुपये के भ्रष्टाचार का सबूत पेश नहीं कर पाई है।
उन्होंने कहा कि अभी हमने दो दिन पहले देखा कि दिल्ली में अनेकों वरिष्ठ पत्रकारों के घर रेड की गई, उनके फ़ोन ले लिए गए, लैपटॉप ले लिए गए, दिन भर डिटेन करके रखा गया। आतिशी ने कहा कि संजय की गिरफ़्तारी का कारण भ्रष्टाचार नहीं है क्योंकि 15 महीने में एक रुपये के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं मिला है। संजय सिंह के घर में ईडी के रेड में भी एक रुपये का सबूत नहीं मिला है।