सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड में आठ आरोपियों के खिलाफ प्रशासन ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कार्रवाई की। हालांकि, पुलिस हत्याकांड मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इसे लेकर गांव के लोग आक्रामक हो गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों ने सोमवार को पानी की टंकी के ऊपर चढ़कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलन शुरू किया है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार, सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में अभी एक आरोपी फरार है।
सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में सुदर्शन घुले, सुधीर सांगले, विष्णु चाटे, जयराम चाटे, प्रतीक घुले, कृष्णा अंधाले, सिद्धार्थ सोनवणे और महेश केदार के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की गई है। इनमें से आरोपी कृष्णा अंधाले फरार है और अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
संतोष देशमुख बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच थे। संतोष देशमुख को 9 दिसंबर 2024 को अगवा कर लिया गया था। मारपीट के बाद सरपंच की हत्या कर दी गई थी। मृतक सरपंच की बेटी वैभवी देशमुख ने अपने पिता के लिए न्याय की मांग की है। पुलिस के मुताबिक, सरपंच की हत्या एक उर्जा कंपनी पर हुए जबरन वसूली की कोशिश को रोकने की वजह से की गई थी। यह कंपनी पवन चक्की परियोजना चला रही थी।
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के बीड में सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बीते दिनों कहा था कि सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, सभी को सजा दी जाएगी। हम गुंडा राज बर्दाश्त नहीं करेंगे और किसी को भी फिरौती लेने और हिंसा करने का हक नही है। इस मामले में जांच तेजी से चल रही है। सभी आरोपियों को हम ढूंढ निकालेंगे और उन्हें सजा दिलाई जाएगी और किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।