पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष स. जसवीर सिंह गढ़ी ने मीडिया में आई एक गंभीर घटना, जिसमें एक दलित युवक के शव को शवगृह में रखने से कथित तौर पर इनकार कर दिया गया था, का स्वतः संज्ञान लिया है। उन्होंने मामले का संज्ञान लेते हुए रूपनगर के उपायुक्त को तत्काल जाँच कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि अनुसूचित जातियों के प्रति किसी भी प्रकार का भेदभाव, लापरवाही या अमानवीय व्यवहार किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता पूरी जाँच, त्वरित कार्रवाई और प्रभावित व्यक्तियों को समय पर न्याय सुनिश्चित करना है। इसी के तहत, संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर तथ्यात्मक और ज़िम्मेदारी-आधारित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए हैं।
चेयरमैन ने बताया कि रूपनगर के एसडीएम और सिविल सर्जन को 19 नवंबर को आयोग के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर पूरी कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने श्री गुरु रविदास अध्ययन केंद्र के लिए घोषित 25 करोड़ रुपये के फंड के बारे में विस्तृत स्थिति रिपोर्ट भी मांगी है।
इस प्रयोजन के लिए, जालंधर के उपायुक्त को निर्देश दिया गया है कि वे संबंधित एडीसी के माध्यम से सभी संबंधित रिकॉर्ड, प्रगति रिपोर्ट और कार्य योजना प्रस्तुत करें, जिन्हें 26 नवंबर को सुबह 11:30 बजे आयोग के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना होगा।


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