भिवानी जिले के ढाणी लक्ष्मण निवासी 19 वर्षीय स्कूल शिक्षिका मनीषा का आज उनके पैतृक गाँव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके छोटे भाई ने चिता को मुखाग्नि दी और सैकड़ों ग्रामीण, सामाजिक कार्यकर्ता, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए।
राज्य सरकार द्वारा परिवार की माँगें मान लेने के बाद, बुधवार देर रात उसकी मौत पर कई दिनों से चल रहा विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया। ज़िले में निलंबित की गई इंटरनेट सेवाएँ भी बहाल कर दी गईं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पहले घोषणा की थी कि परिवार की मांग के अनुरूप मामला सीबीआई को सौंप दिया जाएगा। अंतिम संस्कार के समय मौजूद पुलिस महानिरीक्षक राजश्री ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “इस घटना से पूरा समाज दुखी है।”
लोहारू के एसडीएम मनोज दलाल ने कहा कि राज्य पुलिस ने सभी संभावित सुरागों पर काम किया है, अब सीबीआई जाँच को आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा, “अगर सीबीआई को कुछ अलग मिलता है, तो सरकार सज़ा सुनिश्चित करेगी।”
किसान नेता गुरनाम सिंह चारुनी ने कहा कि एम्स में पोस्टमार्टम और सीबीआई जांच सहित परिवार की मांगें पूरी कर दी गई हैं।
उन्होंने आगे कहा, “प्रदर्शनकारी संतुष्ट हैं, लेकिन वे मामले पर नज़र रखेंगे। हम यह भी मांग करते हैं कि आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए सभी मामले या गिरफ़्तारियाँ वापस ली जाएँ, जैसा कि ऐसे आंदोलन समाप्त होने के बाद प्रथागत होता है।”
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