नई दिल्ली, स्कॉट बोलैंड ने बताया कि वह 18 महीनों में पहली बार दर्द से उबरे हैं। अब उनकी कोशिश अगले हफ्ते होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाना है।
36 वर्षीय तेज गेंदबाज इस साल जनवरी में टेस्ट मैच खेलने उतरा था, जिसमें भारत के खिलाफ उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। इसके बाद बोलैंड वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
स्कॉट बोलैंड को श्रीलंका दौरे पर टीम से बाहर रखा गया था। उस दौरे पर ऑस्ट्रेलिया ने दोनों टेस्ट में एक तेज गेंदबाज और तीन स्पिनर्स को चुना। आखिरी बार बोलैंड मार्च की शुरुआत में शेफील्ड शील्ड सीजन के एक मैच में विक्टोरिया के लिए घुटने के दर्द के साथ खेले।
स्कॉट बोलैंड ने कहा, “मैं इस समय अपनी फिटनेस को लेकर हुई प्रगति से बहुत खुश हूं। लगभग 18 महीनों में शायद पहली बार दर्द से मुक्त हूं। इसलिए वास्तव में अच्छा लग रहा है।”
बोलैंड ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में अपना प्रभाव डाला था। उन्होंने चोटिल हेजलवुड की जगह लेते हुए तीन टेस्ट में 13 की औसत से 21 विकेट लिए। वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप-2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज के रूप में भी उभरे, जहां उन्हें हेजलवुड पर तरजीह दी गई।
हालांकि, हेजलवुड अब पूरी तरह से फिट हैं। उन्होंने आईपीएल में 22 विकेट लेकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को अपना पहला खिताब जीतने में मदद की है।
बोलैंड जानते हैं कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह पक्की नहीं है। बोलैंड ने कहा कि पिछले 18 महीनों से घुटने के दर्द से उबरने के लिए तीन महीने का ब्रेक बहुत अहम रहा है। अब उनका ध्यान टीम मैनेजमेंट के लिए सिलेक्शन को मुश्किल बनाना है।
स्कॉट बोलैंड ने कहा, “संभवतः पिछले दो महीनों से मेरा टारगेट बस खुद को और अपने शरीर को उस स्थिति में लाना था, जहां चीजें मेरे अनुकूल हों, तो खेलने के लिए तैयार रहूं। मैं जिस तरह से गेंदबाजी करना चाहता हूं, वह कर सकता हूं। यह सच में अच्छी तरह से ठीक हो रहा है। इसलिए मैं बस इतना ही कर सकता हूं। मैं बस उनके (चयनकर्ताओं) फैसले को जितना संभव हो, उतना मुश्किल बनाना चाहता हूं।”
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के चयनकर्ताओं को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले कई अहम फैसले लेने होंगे, जिसमें बोलैंड और हेजलवुड के बीच चयन, स्पेशलिस्ट ऑलराउंडर को शामिल करना, चोट से वापसी करने वाले कैमरून ग्रीन की बैटिंग पोजिशन को तय करना और उस्मान ख्वाजा के साथ ओपनर को शामिल करना शामिल है।
वहीं, बल्लेबाज ट्रैविस हेड भी श्रीलंका में पिछले दो टेस्ट मैचों में ओपनिंग करने के बाद अपने पांचवें स्थान लौटने के लिए तैयार हैं।
‘बोलैंड बनाम हेजलवुड’ का फैसला बल्लेबाजी में फेरबदल से अलग है, लेकिन अगर सेलेक्टर्स ऑलराउंडर ब्यू वेबस्टर को शामिल नहीं करते, तो बोलैंड के चयन की संभावनाएं बेहतर हो सकती हैं, खासकर पिछले दो टेस्ट में चोटिल होने के बाद हेजलवुड की फिटनेस को लेकर बनी हुई चिंताओं को देखते हुए।
बोलैंड ने कहा, “मुझे लगा कि मेरे पास कुछ बहुत अच्छे मैच थे, लेकिन जोश हेजलवुड जाहिर तौर पर एक वर्ल्ड क्लास बॉलर हैं। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने आईपीएल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। जाहिर है, हम सभी खेलना चाहते हैं, लेकिन शायद हम सभी के लिए जगह नहीं है।”