लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में मंगलवार को शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया गया, जहां एसडीएम ज्योति मित्तल ने शिकायतें सुनीं तथा समाधान के लिए कदम उठाए।
एक मामले में, एसडीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को बालसमंद गांव के निवासी द्वारा निराश्रित पेंशन के लिए किए गए आवेदन के संबंध में जांच कर दो दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
एक स्कूल शिक्षक चुन्नी लाल ने अपनी बेटी के लंबित मेडिकल बिल क्लीयरेंस को लेकर विभाग से चिंता जताई। जवाब में, एसडीएम ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को तीन दिनों के भीतर एटीआर प्रदान करने का निर्देश दिया। हिसार के अर्बन एस्टेट निवासी रघुबीर चंद की एक अन्य शिकायत, जिसमें सहकारी समिति के रिकॉर्ड में उनकी संपत्ति शामिल न होने के बारे में बताया गया था, को सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार को भेज दिया गया ताकि इस मुद्दे को हल किया जा सके और तीन दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जा सके।
इसी तरह जिला बाल कल्याण परिषद में रिकॉर्ड कीपर सूरजभान ने अपने विकलांगता भत्ते के लंबित बकाए की शिकायत की। एसडीएम ने जिला बाल कल्याण अधिकारी को जांच कर तीन दिन के भीतर एटीआर उपलब्ध कराने को कहा।
उपायुक्त अनीश यादव ने निवासियों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए इन शिकायत निवारण शिविरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर प्रतिदिन जिला और उप-मंडल स्तर पर आयोजित किए जाते हैं ताकि त्वरित समाधान की सुविधा मिल सके और नागरिकों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रशासन की सार्वजनिक शिकायतों को कुशलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से हल करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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