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श्री राम जन्मभूमि सुरक्षा समिति की बैठक में महाकुंभ से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर हुई चर्चा

Security of devotees coming from Mahakumbh was discussed in the meeting of Shri Ram Janmabhoomi Security Committee.

अयोध्या, 19 जनवरी । श्री राम जन्मभूमि सुरक्षा समिति की बैठक शनिवार को संपन्न हुई। इस बैठक में मौनी अमावस्या के मौके पर आने वाले श्रद्धालुओं और राम मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्य को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा उपायों पर मंथन किया गया। बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई, जिन पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। बैठक में शासन स्तर से लेकर जिला स्तर तक के सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि बैठक में मौनी अमावस्या के दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के संदर्भ में विस्तृत चर्चा हुई। सुरक्षा के लिए तकनीकी संसाधनों में निरंतर बढ़ोतरी की जाती है और इसे अपडेट भी किया जाता है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।

मंडल आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि नियमित अंतराल पर सुरक्षा समिति की बैठकें आयोजित की जाती हैं। बैठक में अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और कुंभ के बाद बढ़ती भीड़ को लेकर गंभीर चर्चा हुई। विशेष रूप से राम मंदिर परिसर की सुरक्षा और श्रद्धालुओं के आवागमन के मार्गों को सुरक्षित करने के लिए अतिरिक्त उपायों पर विचार किया गया। आने वाले समय में श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा की योजना को सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुरक्षित रूप से दर्शन कर सकें और कोई अप्रिय घटना न हो।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक ने की। बैठक में आईबी के निदेशक रैंक के अधिकारी, अयोध्या जोन के आईजी, कमिश्नर, एसएसपी, सीआरपीएफ के आईजी, एसएसएफ और उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि बैठक में यह विशेष रूप से चर्चा की गई कि मकर संक्रांति के बाद प्रयागराज से भीड़ अयोध्या पहुंची थी और मौनी अमावस्या के बाद यह संख्या और बढ़ने की संभावना है। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दर्शन मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की गई, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना या परेशानी से बचा जा सके।

सभी अधिकारियों ने सुरक्षा प्रबंधन पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अपने घर वापस लौट सकें।

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