बेंगलुरु, 17 अक्टूबर | उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि बेंगलुरु में आयकर छापे के दौरान जब्त की गई भारी नकदी का संबंध भाजपा और उसके नेताओं से है।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा कि इसका कांग्रेस सरकार या पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि छापे के दौरान आयकर अधिकारियों को उनकी जानकारी के अनुसार किताबें और कई डायरियां मिलीं और जांच के दौरान तथ्य सामने आएंगे।
शिवकुमार ने परोक्ष रूप से पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सी.टी. रवि.पर निशाना साधते हुए कहा, जो नाम सामने आएंगे वे भाजपा के पूर्व मंत्री आर. अशोक, फर्जी स्वामी, ब्लैकमेल स्वामी और लूट रवि के होंगे।
शिवकुमार ने कहा, “उन्हें जांच करने दीजिए। पिछली भाजपा सरकार भ्रष्टाचार का प्रतीक थी। हमारे नेता भी जांच की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच शुरू होने दीजिए।”
उन्होंने कहा,“पूरा भ्रष्टाचार केवल भाजपा द्वारा किया जाता है। भाजपा भ्रष्टाचार की नींव है और यही कारण है कि कर्नाटक की जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। सभी ठेके पिछली भाजपा सरकार द्वारा दिए गए हैं।”
बीजेपी द्वारा सीएम सिद्धारमैया और शिवकुमार को “कलेक्शन मास्टर्स” के रूप में चित्रित करने वाले पोस्टर जारी करने पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी भ्रष्टाचार का हिमालय है। उन्होंने कहा, ”बीजेपी की सरकार के दौरान सीएम कार्यालय से 2,000 करोड़ रुपये हाईकमान तक पहुंचने का आरोप था।”
शिवकुमार ने कहा,“क्या मुझे विधायकों और पूर्व मंत्रियों से भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार पर बयान जारी करने के लिए कहना चाहिए?”
पिछले सप्ताह से अब तक आयकर विभाग के अधिकारियों ने 80 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त की है। पिछली भाजपा सरकार के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप लगाने वाले एक ठेकेदार के फ्लैट से 40 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त की गई थी। एक अन्य छापे में आयकर अधिकारियों को एक बिल्डर के फ्लैट से 40 करोड़ रुपये से अधिक नकदी मिली थी।
भाजपा और जद(एस) कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए धन इकट्ठा किया जा रहा है।