शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की कार्यकारी समिति ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए 20 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि आरक्षित करने का निर्णय लिया, साथ ही विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों के लिए कई प्रमुख उपाय भी किए।
कार्यकारी समिति की बैठक के बाद मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए इसके अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों के लिए 20 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि आरक्षित करने के अलावा, वे किसानों को 8 लाख लीटर डीजल भी उपलब्ध कराएंगे ताकि खेतों को फिर से खेती के लिए तैयार किया जा सके।
इसके अलावा, 10 एकड़ से कम ज़मीन वाले किसानों को आगामी बुवाई के मौसम के लिए उच्च गुणवत्ता वाले गेहूँ के बीज उपलब्ध कराए जाएँगे। बाढ़ प्रभावित प्रत्येक गुरुद्वारे को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। एसजीपीसी अध्यक्ष ने बताया कि जिन बच्चों की स्कूली किताबें बाढ़ में नष्ट हो गई हैं, उन्हें मुफ़्त पाठ्यपुस्तकें भी उपलब्ध कराई जाएँगी।
एसजीपीसी ने आगे घोषणा की कि बाढ़ के बाद की स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए श्री गुरु रामदास मेडिकल कॉलेज से 50 मेडिकल वैन प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की जाएंगी, इसके अलावा पहले की तरह लंगर और राशन की आपूर्ति भी की जाएगी।
धामी ने पंजाब सरकार से किसानों को राहत लाभ अधिकतम करने के लिए डीज़ल पर वैट माफ करने का आग्रह किया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि एसजीपीसी का राहत कार्य गुरु की गोलक (धार्मिक कोष) और जनता के योगदान से चलाया जा रहा है, और संगत से इन प्रयासों में उदारतापूर्वक सहयोग देने का आग्रह किया।
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